वर्षों से टेलीविज़न इंडस्ट्री में अपनी अदम्य छाप छोड़ चुके अपर्णा एंकर ने अपने करियर के दौरान हजारों कहानियां देखी हैं, हजारों चेहरों से मुलाकात की है। अब, उनकी इन कहानियों में से कुछ को पन्नों पर उकेरने का समय आ गया है।
अपरना की आत्मकथा, ""अपरना एंकर: ए जर्नी, ए थाउज़ेंड स्टोरीज़"", उनके जीवन और करियर की एक रोमांचक झलक प्रस्तुत करती है। वह उन शुरुआती दिनों को याद करती हैं जब वह एक युवा रिपोर्टर थीं, अपने आसपास की दुनिया को समझने की कोशिश कर रही थीं। वह उन चुनौतियों के बारे में भी बात करती हैं जिनका उन्होंने सामना किया, और उन सबक के बारे में जो उन्होंने सीखे।
""अपरना एंकर: ए जर्नी, ए थाउज़ेंड स्टोरीज़"" एक प्रेरणादायक किताब है जो आपको मीडिया की चकाचौंध भरी दुनिया के पीछे ले जाती है। यह एक ऐसी किताब है जो आपको उन कहानियों के बारे में सोचने पर मजबूर कर देगी जो आप नहीं जानते थे, और आपको दुनिया को एक नए नज़रिए से देखना सिखाएगी।
अपर्णा की किताब एक इमोशनल रोलरकोस्टर है, जो आपको हँसाएगी, रुलाएगी और अंततः प्रेरित करेगी।" - द हिंदू
""अपरना एंकर की यह किताब एक मास्टरपीस है। यह इंडिया में टेलीविज़न की दुनिया की एक ईमानदार और आत्मनिरीक्षण करने वाली झलक है।"" - द इंडियन एक्सप्रेस
""अगर आप मीडिया या जर्नलिज्म में रुचि रखते हैं, तो ""अपरना एंकर: ए जर्नी, ए थाउज़ेंड स्टोरीज़"" आपके लिए एक अवश्य पढ़ी जाने वाली किताब है।"" - द टेलीग्राफ
तो आज ही अपनी कॉपी ऑर्डर करें और अपर्णा एंकर के अविश्वसनीय सफ़र का हिस्सा बनें।