अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ जीएमपी




अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, शापूरजी पालोनजी समूह की एक सहायक कंपनी, ने 25 अक्टूबर, 2022 को अपना प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लॉन्च किया। कंपनी 5,430 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है, जो अब तक का सबसे बड़ा इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ है।

आईपीओ विवरण

आईपीओ 25 अक्टूबर, 2022 को खुलेगा और 27 अक्टूबर, 2022 को बंद होगा। मूल्य बैंड 440 रुपये से 463 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। कंपनी ने आईपीओ के लिए 11.73 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किए हैं।

जीएमपी

ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) आईपीओ लिस्टिंग से पहले शेयरों के अनौपचारिक कारोबार का एक संकेतक है। वर्तमान में, अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ 76 रुपये के जीएमपी पर कारोबार कर रहा है, जिसका अर्थ है कि निवेशकों को बाजार में लिस्टिंग के बाद 15.12% का लाभ मिलने की उम्मीद है।

वित्तीय प्रदर्शन

अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर एक अग्रणी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी है जिसके पास 75 से अधिक देशों में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। कंपनी के पास राजस्व और लाभ दोनों में लगातार वृद्धि का एक मजबूत इतिहास रहा है। वर्ष 2022 में, कंपनी ने 26,248 करोड़ रुपये का राजस्व और 2,009 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।

प्रबंधन

अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर का नेतृत्व एक अनुभवी प्रबंधन टीम करती है जिसके पास बुनियादी ढांचे के उद्योग में गहन ज्ञान है। कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के.के. खन्ना को बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

जोखिम कारक

सभी आईपीओ की तरह, अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ में भी जोखिम कारक हैं जिन पर निवेशकों को विचार करना चाहिए। इन जोखिमों में शामिल हैं:
* बुनियादी ढांचे के उद्योग में प्रतिस्पर्धा
* कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव
* विदेशी मुद्रा जोखिम
* परियोजना देरी और लागत में वृद्धि

निष्कर्ष

अफकॉन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश अवसर हो सकता है जो बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेश की तलाश में हैं। कंपनी का एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड, एक अनुभवी प्रबंधन टीम और विकास की बड़ी संभावनाएं हैं। हालांकि, निवेशकों को आईपीओ में शामिल जोखिमों पर विचार करना चाहिए और उनके निवेश निर्णय लेने से पहले सावधानीपूर्वक विचार करना चाहिए।