हिंदी टेलीविजन के इतिहास में एक ऐसा नाम है जो आज भी दर्शकों के दिलों में राम के रूप में बसा हुआ है। अरुण गोविल, जिन्होंने रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाई, हमारी पीढ़ी के लिए एक सांस्कृतिक प्रतीक बन गए।
उनका जन्म 12 जनवरी, 1954 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। बचपन से ही उनका अभिनय के प्रति रुझान था। उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक किया और थिएटर में अपना सफर शुरू किया।
1986 में, दूरदर्शन ने रामायण का निर्माण करने का फैसला किया। राम की भूमिका के लिए अरुण गोविल का चयन किया गया। उनके राजसी व्यक्तित्व और मधुर आवाज ने उन्हें इस भूमिका के लिए एकदम सही बना दिया।
जब रामायण पहली बार प्रसारित हुई, तो यह एक राष्ट्रीय घटना बन गई। पूरे देश में लोग अपने टेलीविजन सेट के सामने इकट्ठा होते थे, राम और सीता की कहानी को देखने और उनकी पवित्र यात्रा में भाग लेने के लिए। अरुण गोविल एक रातोंरात स्टार बन गए, जो हर भारतीय घर में सम्मानित और पूजे जाते थे।
रामायण में उनकी भूमिका ने अरुण गोविल के जीवन को हमेशा के लिए बदल दिया। उन्होंने कई फिल्मों और टेलीविजन शो में अभिनय किया, लेकिन राम का किरदार हमेशा उनके साथ जुड़ा रहा। आज भी, उन्हें रामायण के राम के रूप में ही जाना जाता है।
अरुण गोविल से जुड़ी कुछ रोचक बातें:
अरुण गोविल एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने न केवल हमारे टेलीविजन स्क्रीन पर बल्कि हमारे दिलों में भी एक अमिट छाप छोड़ी है। रामायण के राम के रूप में हमारी पीढ़ी के लिए, वह हमेशा हमारे आदर्श और प्रेरणा बने रहेंगे।