आंग्रिक घूम फिर कर आ गया!!




अरे! क्या हाल है सबके, मैं वापस आ गया हूँ। बहुत दिनों से गायब था। कुछ काम थे, कुछ जिम्मेदारियां थीं, कुछ सफर थे। सब निपटा कर आया हूँ। बहुत कुछ कुछ लोगों से और खुद से भी सीखकर आया हूँ। खैर, आज बात करते हैं कुछ ऐसे लोगों की जिनसे मैं मिला अपनी इस छोटी सी यात्रा पर।

पहले तो मिले एक ऐसे व्यक्ति से जो बहुत ही मेहनती था। दिन-रात अपने काम में लगा रहता था। लेकिन जब मैं उससे मिला तो वह बहुत निराश था। मैंने पूछा क्या हुआ तो उसने बताया कि वह बहुत मेहनत कर रहा है लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। मैंने उसे कहा कि तुम मेहनत तो कर रहे हो लेकिन तुम यह नहीं देख रहे हो कि तुम किस दिशा में मेहनत कर रहे हो। तुम जिस दिशा में मेहनत कर रहे हो, उसमें तुम सफल नहीं हो पाओगे। तुम्हें अपनी दिशा बदलनी होगी। उसने मेरी बात मानी और आज वह अपने काम में सफल है।

फिर मैं मिला एक ऐसे व्यक्ति से जो बहुत ही आलसी था। वह कुछ नहीं करता था। दिनभर बस सोता रहता था। मैंने उससे पूछा कि तुम इतने आलसी क्यों हो तो उसने बताया कि वह बहुत मेहनत करने से डरता है। मैंने उसे कहा कि तुम मेहनत करने से डर रहे हो तो तुम जीवन में कभी कुछ नहीं कर पाओगे। तुम्हें अपनी इस आदत को बदलना होगा। उसने मेरी बात मानी और आज वह अपने जीवन में सफल है।

फिर मैं मिला एक ऐसे व्यक्ति से जो बहुत ही अहंकारी था। वह हमेशा खुद की तारीफ करता रहता था। मैंने उससे पूछा कि तुम इतने अहंकारी क्यों हो तो उसने बताया कि वह खुद को बहुत खास समझता है। मैंने उसे कहा कि तुम खुद को खास समझ रहे हो लेकिन दुनिया तुम्हें एक साधारण इंसान की तरह ही देखती है। तुम्हें अपनी इस आदत को बदलना होगा। उसने मेरी बात मानी और आज वह अपने जीवन में सफल है।

फिर मैं मिला एक ऐसे व्यक्ति से जो बहुत ही ईर्ष्यालु था। वह हमेशा दूसरों की सफलता से जलता रहता था। मैंने उससे पूछा कि तुम इतने ईर्ष्यालु क्यों हो तो उसने बताया कि वह दूसरों को खुद से बेहतर नहीं देख सकता है। मैंने उसे कहा कि तुम दूसरों को खुद से बेहतर नहीं देख सकते हो तो तुम कभी भी सफल नहीं हो पाओगे। तुम्हें अपनी इस आदत को बदलना होगा। उसने मेरी बात मानी और आज वह अपने जीवन में सफल है।

फिर मैं मिला एक ऐसे व्यक्ति से जो बहुत ही नकारात्मक था। वह हमेशा सब चीजों में बुराई ही देखता रहता था। मैंने उससे पूछा कि तुम इतने नकारात्मक क्यों हो तो उसने बताया कि वह दुनिया को बहुत बुरी जगह समझता है। मैंने उसे कहा कि तुम दुनिया को बहुत बुरी जगह समझ रहे हो लेकिन दुनिया उतनी भी बुरी नहीं है जितनी तुम सोचते हो। तुम्हें अपनी इस आदत को बदलना होगा। उसने मेरी बात मानी और आज वह अपने जीवन में सफल है।

तो यह थे कुछ ऐसे लोग जिनसे मैं अपनी इस छोटी सी यात्रा पर मिला। इन लोगों से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने सीखा कि मेहनत करनी चाहिए लेकिन सही दिशा में। मैंने सीखा कि आलस्य बुरी चीज है। मैंने सीखा कि अहंकार बुरी चीज है। मैंने सीखा कि ईर्ष्या बुरी चीज है। मैंने सीखा कि नकारात्मकता बुरी चीज है।

मैंने सीखा कि जिंदगी में सफल होने के लिए इन बुरी आदतों को छोड़ना होगा। मैंने सीखा कि जिंदगी में सफल होने के लिए मेहनत करनी होगी, सही दिशा में। मैंने सीखा कि जिंदगी में सफल होने के लिए सकारात्मक सोच रखनी होगी।

मैंने सीखा कि जिंदगी बहुत छोटी है। इसलिए हमें अपनी बुरी आदतों को छोड़कर अच्छी आदतें अपनानी चाहिए। हमें अपनी जिंदगी को सफल बनाने के लिए मेहनत करनी चाहिए। हमें अपनी जिंदगी को खुशियों से भरना चाहिए।