आदुजीवितम रिव्यू: त्रासदियों से भरी एक शक्तिशाली कहानी




आदुजीवितम एक ऐसी कहानी है जो आपके दिल को छू जाएगी और आपके दिमाग में अंकित हो जाएगी। यह रेगिस्तान में सऊदी अरब में फंसे एक भारतीय प्रवासी की मार्मिक यात्रा है, जहां वह दासता, शोषण और यातना की क्रूर दुनिया का सामना करता है।

यह कहानी अपने नायक नज्जान की आंखों से सुनाई जाती है, जो केरल का एक युवा है जो अपनी रोजी-रोटी की तलाश में सऊदी अरब आता है। लेकिन नाज़ान का सपना जल्द ही एक बुरे सपने में बदल जाता है जब उसे एक क्रूर मालिक द्वारा धोखा दिया जाता है और उसे दास के रूप में बेच दिया जाता है।

अगले कुछ वर्षों के लिए, नाज़ान को अमानवीय स्थितियों में रहना पड़ता है। उसे बंधुआ बनाया जाता है, उसे भूखा रखा जाता है और पीटा जाता है। लेकिन अपने सभी कष्टों के माध्यम से, नाज़ान का आशा की किरण टिमटिमाती रहती है।

आदुजीवितम एक शक्तिशाली फिल्म है जो मानवीय लचीलेपन और आशा की शक्ति की पड़ताल करती है। यह एक ऐसी कहानी है जो आपको परेशान कर जाएगी, लेकिन यह आपको प्रेरित भी करेगी।

  • प्रदर्शन: इस फिल्म में शानदार प्रदर्शन हैं, विशेष रूप से नाज़ान की भूमिका में प्रिजेश प्रवीणन द्वारा।
  • दिशा: निर्देशक ब्लेस्सी ने इस फिल्म को कुशलता से निर्देशित किया है, जो दुख और आशा दोनों को जगाती है।
  • संगीत: फिल्म का संगीत अविस्मरणीय है और कहानी के भावनात्मक प्रभाव को बढ़ाता है।
  • संदेश: आदुजीवितम हमें मानवीय पीड़ा के बारे में बताती है, लेकिन यह आशा की शक्ति का भी संदेश देती है।

यदि आप एक शक्तिशाली और मार्मिक फिल्म की तलाश में हैं, तो आदुजीवितम निश्चित रूप से देखने लायक है। यह एक ऐसी फिल्म है जो आपके दिल और दिमाग पर अमिट छाप छोड़ेगी।