एक छोटी लड़की के रूप में, आदिति अपने पिता के साथ बेंगलुरु के कब्बन पार्क गोल्फ कोर्स में समय बिताती थीं। गोल्फ की दुनिया से उनका लगाव वहीं से शुरू हुआ, जहाँ वे अपने पिता को खेलते हुए देखती थीं।
12 साल की उम्र में, आदिति ने प्रतिस्पर्धी गोल्फ खेलना शुरू किया और जल्द ही अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने लगातार कई जूनियर चैम्पियनशिप जीतीं, जिसमें 2012 एशियन गोल्फ चैम्पियनशिप भी शामिल था, जो उन्होंने महज 14 साल की उम्र में जीती थी।
2016 में, आदिति ने अपना पेशेवर डेब्यू किया और जल्दी ही सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ना शुरू कर दिया। उन्होंने लेडीज यूरोपियन टूर और जापान एलपीजीए टूर पर कई टूर्नामेंट जीते, जिससे वह विश्व रैंकिंग में शीर्ष 100 में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर बन गईं।
आदिति अशोक एक असाधारण गोल्फर हैं, जिनकी उपलब्धियाँ और प्रेरणादायक कहानी कई पीढ़ियों के लिए एक विरासत छोड़ती रहेगी। उन्होंने भारतीय गोल्फ को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है और युवा खिलाड़ियों के लिए एक सच्ची प्रेरणा बनी हुई हैं। उनकी यात्रा हमें दिखाती है कि जुनून और दृढ़ संकल्प के साथ, सफलता की कोई सीमा नहीं है।