आपातकाल फिल्म




क्या आप जानते हैं आपातकाल फिल्म के बारे में कुछ ऐसे फैक्‍ट्स जो शायद ही आपको पता होंगे?

कुछ फिल्मों को लेकर लोगों में इतनी दीवानगी देखने को मिलती है कि वे उससे जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात जानने के लिए बेताब रहते हैं। बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्मों में से एक 'आपातकाल' भी ऐसी ही फिल्म है। इस फिल्म ने लोगों को इतना पसंद किया कि आज भी लोग इसे बार-बार देखना पसंद करते हैं। फिल्म की कहानी तो आपको याद ही होगी, लेकिन आज हम आपको फिल्म से जुड़े कुछ ऐसे फैक्‍ट्स बताने जा रहे हैं, जो शायद ही आपने पहले कभी सुने होंगे।

  • 1. अमिताभ बच्चन को मिलने वाला था फिल्म में किरदार:
  • फिल्म 'आपातकाल' में विजय का किरदार पहले अमिताभ बच्चन को ऑफर हुआ था। उन्होंने स्क्रिप्ट भी पढ़ी थी, लेकिन किसी वजह से वह फिल्म नहीं कर पाए। इसके बाद यह किरदार राजेश खन्ना को दिया गया।

  • 2. माला सिन्हा को डायलॉग पर हुई थी आपत्ति:
  • फिल्म में माला सिन्हा ने विजय की मां का किरदार निभाया था। उन्हें फिल्म का एक डायलॉग बहुत विवादित लगा था। वह डायलॉग था, "ये लड़का तो मेरी कोख से पैदा हुआ है, लेकिन मैंने इसे जन्म नहीं दिया।" इस डायलॉग पर माला सिन्हा को आपत्ति थी, लेकिन बाद में निर्देशक रामानंद सागर ने उन्हें समझाया और उन्होंने डायलॉग बोलने के लिए हां कर दी।

  • 3. फिल्म का बजट था मात्र 6 लाख रुपये:
  • साल 1975 में आपातकाल फिल्म का बजट मात्र 6 लाख रुपये था। आज के हिसाब से यह बजट कुछ लाख रुपये से ज्यादा नहीं है। इतने कम बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी।

  • 4. फिल्म का नाम था 'न्याय':
  • फिल्म का नाम पहले 'न्याय' रखा गया था। लेकिन बाद में रामानंद सागर ने फिल्म का नाम बदलकर 'आपातकाल' कर दिया। उनका मानना था कि यह नाम फिल्म के विषय के साथ ज्यादा प्रासंगिक होगा।

  • 5. फिल्म पर हुई थी सेंसर बोर्ड से काट-छांट:
  • आपातकाल फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने कुछ आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने को कहा था। लेकिन रामानंद सागर ने इन दृश्यों को हटाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ये दृश्य फिल्म के लिए जरूरी हैं। आखिरकार सेंसर बोर्ड को उनकी बात माननी पड़ी।

    ये थे कुछ ऐसे फैक्‍ट्स जो शायद ही आपने पहले सुने होंगे। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।