आबिमायु ईश्वरन - रणजी की राह से टेस्ट की आस तक




भारतीय क्रिकेट में युवा प्रतिभाओं की कमी नहीं रही है। एक के बाद एक सितारे चमकते रहे हैं, लेकिन एक नाम जो पिछले कुछ सालों से लगातार सुर्खियां बटोर रहा है, वह है आबिमायु ईश्वरन का।
आबिमायु का जन्म 6 सितंबर 1995 को देहरादून में हुआ था। अपने पिता, रंगनाथन परमेश्वरन, एक पूर्व प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर से प्रेरित होकर, उन्होंने कम उम्र से ही क्रिकेट की बारीकियां सीखनी शुरू कर दीं।

प्रथम श्रेणी में शानदार प्रदर्शन:

प्रथम श्रेणी क्रिकेट में आबिमायु का प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने बंगाल के लिए शानदार पारियां खेलीं, कई शतक और अर्धशतक बनाए। 2018-19 के रणजी ट्रॉफी सीजन में, उन्होंने 10 मैचों में 865 रन बनाकर टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने।

भारत A टीम के लिए चयन:

आबिमायु के शानदार प्रदर्शन का नतीजा उन्हें भारत ए टीम में चयनित होने के रूप में मिला। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए और न्यूजीलैंड ए के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया, जिससे वह चयनकर्ताओं की नजरों में आए।

टेस्ट पदार्पण की दहलीज पर:

आबिमायु का टेस्ट पदार्पण अब दूर नहीं है। उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। उन्होंने अक्टूबर 2022 में न्यूजीलैंड ए के खिलाफ एक मैच में शानदार शतक बनाया, जो भारतीय चयनकर्ताओं के लिए एक मजबूत संकेत था।

क्रिकेट कौशल:

आबिमायु ईश्वरन एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। उनके पास उत्कृष्ट तकनीक, मजबूत रक्षा और शक्तिशाली स्ट्रोकप्ले है। वह गेंद को समय देने में माहिर हैं और लक्ष्य के चारों ओर शॉट लगाने में सक्षम हैं।

व्यक्तिगत गुण:

आबिमायु मैदान पर और बाहर दोनों जगह एक सच्चे पेशेवर हैं। वह मेहनती, दृढ़ निश्चयी और अपने खेल के प्रति समर्पित हैं। उनका शांत और संयमित स्वभाव दबाव में भी उनका साथ देता है।

भारतीय क्रिकेट में आबिमायु ईश्वरन का भविष्य उज्ज्वल है। उनके पास मैदान पर सफल होने और भारतीय टीम में स्थायी जगह बनाने के लिए सभी कौशल और गुण हैं। आने वाले वर्षों में, वह भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप का एक अभिन्न अंग बनने की उम्मीद करते हैं।