आरामको




आरामको, जिसका पूरा नाम सऊदी अरबियन ऑयल कंपनी है, दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी है। यह सऊदी सरकार के स्वामित्व में है और इसका मुख्यालय दमाम में है। आरामको 1933 में स्थापित किया गया था और तब से यह दुनिया भर में एक प्रमुख ऊर्जा प्रदाता बन गया है।
आरामको के पास दुनिया के सबसे बड़े तेल भंडार हैं, जो अनुमानित 261 अरब बैरल हैं। कंपनी दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में काम करती है और इसका वार्षिक राजस्व 350 अरब डॉलर से अधिक है। आरामको के लगभग 70,000 कर्मचारी हैं और यह सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है।
आरामको की स्थापना पहली बार 1933 में कैलिफोर्निया-अरबियन स्टैंडर्ड ऑयल कंपनी (कैसोक) के रूप में हुई थी। कैसोक सऊदी सरकार और स्टैंडर्ड ऑयल कंपनी ऑफ कैलिफोर्निया (अब शेवरॉन) के बीच एक संयुक्त उद्यम था। 1938 में, कैसोक का नाम बदलकर अरबियन अमेरिकन ऑयल कंपनी कर दिया गया और 1973 में सऊदी सरकार द्वारा इसका राष्ट्रीयकरण कर लिया गया।
आज, आरामको दुनिया की सबसे लाभदायक कंपनियों में से एक है। कंपनी अपने तेल उत्पादन के साथ-साथ रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स और गैस उत्पादन में भी शामिल है। आरामको का सऊदी शेयर बाजार में एक बड़ा असर है और यह कंपनी दुनिया भर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश करती है।
  • आरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी है।
  • कंपनी दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में काम करती है।
  • आरामको के पास दुनिया के सबसे बड़े तेल भंडार हैं।
  • कंपनी का वार्षिक राजस्व 350 अरब डॉलर से अधिक है।
  • आरामको लगभग 70,000 लोगों को रोजगार देता है।
आरामको एक विवादास्पद कंपनी है। कंपनी पर पर्यावरण प्रदूषण, मानवाधिकारों के हनन और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। हालांकि, कंपनी सऊदी अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है और दुनिया भर में ऊर्जा की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।