इंडिया में एमपॉक्स केस: घबराने की नहीं है
भारत में पहली बार एमपॉक्स का संदिग्ध मामला सामने आया है। एक युवा पुरुष रोगी एमपॉक्स वायरस से संक्रमित पाया गया है, जिसने हाल ही में एक ऐसे देश से यात्रा की, जहां इस वायरस का प्रकोप चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है और स्थिति पर पूरा नियंत्रण है।
जानें एमपॉक्स के बारे में
एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो आमतौर पर मध्य और पश्चिम अफ्रीका के जंगलों में पाया जाता है। यह संक्रमण चूहों जैसे जानवरों के संपर्क में आने से होता है। एमपॉक्स के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं। इसके बाद त्वचा पर दाने निकलते हैं, जो अक्सर चेहरे पर शुरू होते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं।
अफ्रीका के बाहर भी एमपॉक्स का प्रकोप
हाल के महीनों में, अफ्रीका के बाहर भी एमपॉक्स के मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है।
भारत में एमपॉक्स की रोकथाम
भारत सरकार एमपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठा रही है। सरकार ने एमपॉक्स के संदिग्ध मामलों की पहचान और निगरानी के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
क्या करें अगर आपको लगता है कि आपमें एमपॉक्स हो सकता है
यदि आपको लगता है कि आप में एमपॉक्स के लक्षण हो सकते हैं, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों की जांच करेगा और संक्रमण के परीक्षण का सुझाव देगा।
एमपॉक्स से बचाव के उपाय
एमपॉक्स से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है:
* संक्रमित जानवरों के संपर्क से बचें।
* संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क से बचें।
* संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई वस्तुओं को छूने से बचें।
* अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं।
* यदि आप एमपॉक्स के संपर्क में आए हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
भारत में एमपॉक्स का प्रकोप रोकने के लिए सरकार की तैयारियां
* सरकार ने एमपॉक्स के संदिग्ध मामलों की पहचान और निगरानी के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
* एमपॉक्स परीक्षण किट और टीके उपलब्ध कराए गए हैं।
* एमपॉक्स के बारे में जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
भारत सरकार एमपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है। घबराने की जरूरत नहीं है। यदि आपमें एमपॉक्स के लक्षण हैं, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।