इस वर्ष भी तमिल नव वर्ष का स्वागत धूमधाम से करें!




वसंत ऋतु का आगमन एक साथ कई मनोरंजक पर्वों और उत्सवों लेकर आता है, जिनमें से एक है तमिल नव वर्ष का आगमन।

तिरुवल्लुवर दिवस के रूप में भी मनाया जाने वाला तमिल नव वर्ष एक शुभ दिन होता है जो नए साल के आगमन का प्रतीक है। यह त्योहार सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के साथ ही मनाया जाता है।

तमिल नव वर्ष की शुरुआत भोर की पहली किरणों के साथ होती है, जब लोग नहा-धोकर नए कपड़े पहनते हैं और मंदिर जाकर भगवान की पूजा करते हैं। इस दिन घरों को रंगीन रंगोलियों और शुभ प्रतीकों से सजाया जाता है।

तमिल नव वर्ष की एक अनूठी परंपरा 'मानवाला' है, जिसमें लोग एक-दूसरे को फल, मिठाई और पैसे के लिफाफे उपहार में देते हैं। यह परंपरा खुशी और समृद्धि के आदान-प्रदान का प्रतीक है।

इस दिन तमिलनाडु के पारंपरिक व्यंजन जैसे इडली-सांभर, दोसा और पायसम जैसे व्यंजन बनाए जाते हैं। परिवार के सदस्य और दोस्त साथ मिलकर स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हैं और त्योहार की खुशियों को साझा करते हैं।

तमिल नव वर्ष न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह तमिल संस्कृति और विरासत का प्रतीक भी है। यह नई शुरुआत का समय होता है, जब लोग अपने अतीत को पीछे छोड़कर एक उज्जवल भविष्य की आशा करते हैं।

इस वर्ष भी तमिल नव वर्ष का स्वागत हर्षोल्लास और उत्साह के साथ करें। अपने दोस्तों, परिवार और समुदाय के सदस्यों के साथ इस खुशी के पल को साझा करें।

तमिल नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं!