ईद मुबारक का त्यौहार इस्लामी दुनिया में खुशियों और सद्भाव का प्रतीक है। यह त्यौहार रमज़ान के पवित्र महीने के अंत का प्रतीक है, जिसमें दुनिया भर के मुसलमानों ने रोजा रखकर, प्रार्थना करके और अच्छे काम करके आध्यात्मिक शुद्धिकरण पर ध्यान दिया है।
ईद का दिन चाँद के दिखने से तय होता है। जब चाँद दिखाई देता है, तो ज़ुल्हिज्जा का महीना शुरू हो जाता है और ईद का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन, मुसलमान सुबह जल्दी उठकर, स्नान करके और नए कपड़े पहनकर ईदगाह या मस्जिद में नमाज़ पढ़ने जाते हैं।
ईद की नमाज़ के बाद, लोग अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और पड़ोसियों को ईद की मुबारकबाद देते हैं। वे एक-दूसरे के घरों में जाते हैं, मिठाइयाँ, भोजन और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं। इस दिन, खुशी और सद्भाव का माहौल होता है और हर कोई एक साथ मिलकर ईद का जश्न मनाता है।
ईद का त्यौहार सिर्फ एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व का भी त्यौहार है। यह खुशियों, सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है जो दुनिया भर के लोगों को एक साथ लाता है।
ईद मुबारक का त्यौहार सभी के लिए खुशियों और आशा का त्यौहार है। यह एक ऐसा त्यौहार है जो हमें एक साथ लाता है, हमारे मतभेदों को भुलाता है और सद्भाव और एकता का संदेश फैलाता है। इस ईद, आइए हम खुशियों और सद्भाव को फैलाएँ और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने में योगदान दें।