एक राष्ट्र एक चुनाव एक प्रस्ताव है जिस पर भारत सरकार विचार कर रही है ताकि पूरे देश में सभी चुनावों को एक ही दिन या एक साथ आयोजित किया जा सके।
इस विचार के समर्थकों का मानना है कि इससे लागत की बचत होगी, प्रशासनिक दक्षता में सुधार होगा और राजनीतिक स्थिरता बढ़ेगी। उनका तर्क है कि एक साथ चुनाव कराने से राजनीतिक दलों के लिए कई चुनाव अभियान चलाने की लागत कम हो जाएगी और चुनाव आयोग (ECI) पर बोझ भी कम होगा। उनका यह भी मानना है कि इससे राजनीतिक अस्थिरता कम होगी क्योंकि चुनाव अधिक बार नहीं होंगे।
हालाँकि, इस विचार के विरोधियों का तर्क है कि इससे क्षेत्रीय दलों को नुकसान होगा और राष्ट्रीय दलों को फायदा होगा। उनका यह भी तर्क है कि इससे मतदाताओं के पास चुनाव लड़ने वाले विभिन्न उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के बीच चयन करने का अवसर कम हो जाएगा।
एक राष्ट्र एक चुनाव का विचार एक जटिल मुद्दा है जिस पर विभिन्न दृष्टिकोण हैं। इस विचार के पक्ष और विपक्ष में तर्कों पर विचार करना महत्वपूर्ण है ताकि इस पर सूचित निर्णय लिया जा सके कि इसे अपनाया जाए या नहीं।
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