एंजेल टैक्स क्या होता है?




क्या आप जानते हैं कि 'एंजेल टैक्स' क्या है? अगर नहीं, तो आज इस लेख में हम जानेंगे कि एंजेल टैक्स क्या होता है और यह हमारे लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।

एंजेल टैक्स की परिभाषा


एंजेल टैक्स भारत में एक तरह का टैक्स है जो स्टार्टअप कंपनियों के शेयरों पर लगाया जाता है। जब कोई निवेशक किसी स्टार्टअप कंपनी में अपने पैसे लगाता है, तो उस निवेश पर कुछ समय बाद कंपनी का शेयर जारी किया जाता है। लेकिन अगर जारी किए गए शेयर की कीमत निवेश राशि से ज्यादा होती है, तो निवेशक को इस अंतर पर एंजेल टैक्स चुकाना पड़ता है।

एंजेल टैक्स का उद्देश्य


एंजेल टैक्स का मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी को रोकना है। पहले कई कंपनियां अपने निवेशकों को कम कीमत पर शेयर जारी कर देती थीं, और फिर शेयर की कीमत में तेजी से बढ़ोतरी के बाद निवेशक और कंपनी मिलकर ज्यादा कीमत पर शेयर बेच देते थे। इससे सरकार को टैक्स का नुकसान होता था। इसलिए सरकार ने एंजेल टैक्स लगाकर इन कंपनियों को रोकने की कोशिश की।

एंजेल टैक्स के फायदे


* निवेश को बढ़ावा: एंजेल टैक्स निवेशकों को स्टार्टअप कंपनियों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है। क्योंकि निवेशकों को पता होता है कि अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उन्हें टैक्स छूट मिल सकती है।
* स्टार्टअप को बढ़ावा: एंजेल टैक्स स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ावा देने में मदद करता है। क्योंकि नए निवेशकों के आने से कंपनियों को अपनी पूंजी बढ़ाने और विस्तार करने में मदद मिलती है।
* रोजगार सृजन: स्टार्टअप कंपनियों के बढ़ने से नए रोजगार का सृजन होता है। इसलिए एंजेल टैक्स अर्थव्यवस्था के लिए भी फायदेमंद है।

एंजेल टैक्स की छूट


* पंजीकृत स्टार्टअप: यदि स्टार्टअप कंपनी भारत सरकार की स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत पंजीकृत है, तो उन्हें एंजेल टैक्स से छूट मिल सकती है।
* सीधे निवेश: अगर निवेश सीधे स्टार्टअप कंपनी के बैंक खाते में किया जाता है, तो भी निवेशक को एंजेल टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है।
* लंबी अवधि का निवेश: अगर निवेशक कम से कम एक साल के लिए स्टार्टअप कंपनी में निवेश करके रखता है, तो भी उसे एंजेल टैक्स से छूट मिल सकती है।

निष्कर्ष


एंजेल टैक्स स्टार्टअप कंपनियों के विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण टैक्स है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि एंजेल टैक्स से छूट पाने के लिए कुछ शर्तें हैं। इसलिए निवेशक को निवेश करने से पहले इन शर्तों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।