ए सी एम कृष्णा: कर्नाटक के विकास के सूत्रधार




परिचय:

एस एम कृष्णा, जो "स्माइलिंग टाइगर" के नाम से जाने जाते हैं, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक कुशल राजनीतिज्ञ और प्रशासक के रूप में, उन्होंने अपनी दूरदृष्टि और दूरदर्शिता से राज्य को आर्थिक समृद्धि और सामाजिक प्रगति के रास्ते पर ले गए।

जीवन और करियर:

1932 में जन्मे, कृष्णा एक विनम्र पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और बाद में कानून की डिग्री प्राप्त की। राजनीति में प्रवेश करने से पहले, उन्होंने एक वकील के रूप में काम किया। 1962 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर, उन्होंने धीरे-धीरे पार्टी के भीतर रैंक में वृद्धि की।

  • कर्नाटक सरकार में विभिन्न मंत्री पदों पर कार्य किया
  • 1999-2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया
  • 2009-2012 तक भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया

कर्नाटक का विकास:

मुख्यमंत्री के रूप में कृष्णा के कार्यकाल को आर्थिक सुधारों और सामाजिक कल्याण पहलों द्वारा चिह्नित किया गया था। उनकी दूरदर्शिता ने कर्नाटक को भारत में एक प्रमुख तकनीकी और औद्योगिक केंद्र बनने में सक्षम बनाया। उन्होंने:

  • निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया
  • सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी जैसे उभरते उद्योगों को बढ़ावा दिया
  • गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों और सामाजिक कल्याण उपायों की शुरुआत की

विदेशी मामलों में योगदान:

विदेश मंत्री के रूप में, कृष्णा ने भारत की विदेश नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने:

  • दुनिया भर के नेताओं के साथ मजबूत संबंध स्थापित किए
  • भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूत किया
  • अफगानिस्तान और सीरिया जैसे संकटग्रस्त क्षेत्रों में भारत की भूमिका को बढ़ाया

विरासत:

एस एम कृष्णा कर्नाटक के विकास में एक दूरदर्शी व्यक्ति हैं। उनकी नीतियों ने राज्य को एक आर्थिक बिजलीघर में बदल दिया है, जबकि उनके सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों ने लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाया है। उनकी विदेश नीति विरासत ने भारत को वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाने में मदद की।

व्यक्तिगत विशेषताएँ:

कृष्णा अपने मिलनसार स्वभाव और विनम्रता के लिए जाने जाते हैं। वह राजनीति में एक ताज़ी हवा थे, जो अपने एथलेटिक कौशल और तेज बुद्धि के लिए जाने जाते हैं। उनकी मुस्कान लोगों का दिल जीत लेती थी, इसलिए उन्हें "स्माइलिंग टाइगर" उपनाम दिया गया।

निष्कर्ष:

एस एम कृष्णा कर्नाटक के विकास और भारत की विदेश नीति में एक प्रेरक शक्ति थे। उनकी दृष्टि, नेतृत्व और समर्पण ने राज्य और देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद की। उनकी विरासत एक प्रेरणा है जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।