ओमप्रकाश चौटाला - जन सेवक और राजनीति की धुरी का सितारा
ओमप्रकाश चौटाला, हरियाणा के एक लोकप्रिय और करिश्माई राजनेता थे, जिन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार तीन कार्यकाल संभाले। अपने सार्वजनिक जीवन के दौरान, उन्होंने लोगों के लिए कई पहल कीं और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
चौटाला का जन्म 1 जनवरी, 1935 को सिरसा के पास चोटी गांव में हुआ था। उनके पिता, चौधरी देवी लाल, भी हरियाणा के एक प्रसिद्ध राजनेता थे, जिन्होंने राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। युवावस्था से ही चौटाला राजनीति में सक्रिय हो गए थे और उन्होंने इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की स्थापना में अपने पिता की सहायता की थी।
1989 में, चौटाला पहली बार हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने 1991 से 1996 और फिर 1999 से 2005 तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल को कई महत्वपूर्ण पहलों द्वारा चिह्नित किया गया, जिसमें गांवों का विद्युतीकरण, सड़कों का निर्माण और किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाएं शामिल थीं।
चौटाला अपने करिश्माई व्यक्तित्व और लोगों से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। वह एक कुशल वक्ता थे और उनके भाषण अक्सर जनता से तालियाँ बटोरते थे। उनकी सादगी और जमीन से जुड़ेपन ने उन्हें हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से लोकप्रिय बना दिया।
हालाँकि, चौटाला का राजनीतिक जीवन विवादों से भी भरा रहा। उन्हें शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी ठहराया गया था और उन्हें नौ साल जेल की सजा भी सुनाई गई थी। हालाँकि, बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें बरी कर दिया।
2021 में, चौटाला का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके निधन पर हरियाणा में शोक मनाया गया और उन्हें एक महान जन सेवक और राज्य के विकास के लिए समर्पित व्यक्ति के रूप में याद किया गया।
ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उनके करिश्माई व्यक्तित्व और लोगों के लिए काम करने की उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें राज्य के सबसे लोकप्रिय और सम्मानित नेताओं में से एक बना दिया। उनकी विरासत आने वाले कई वर्षों तक हरियाणा के लोगों को प्रेरित करती रहेगी।