ओम प्रकाश चौटाला: एक प्रेरणादायक राजनीतिक सफर
परिचय:
ओम प्रकाश चौटाला एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जिन्होंने हरियाणा के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया। वह भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (इनेलो) के संस्थापक और अध्यक्ष थे। उनकी राजनीतिक यात्रा प्रेरणादायक और चुनौतियों से भरी रही, जो उनके दृढ़ संकल्प और जनता की भलाई के लिए उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
चौटाला का जन्म 1 जनवरी, 1935 को हरियाणा के सिरसा जिले के चांदवास गांव में हुआ था। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की और फिर कानून की डिग्री प्राप्त की। अपने शुरुआती वर्षों में, उन्होंने वकालत का अभ्यास किया और जल्द ही स्थानीय राजनीति में शामिल हो गए।
राजनीतिक करियर:
1977 में, चौटाला ने जनता पार्टी के टिकट पर हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद, 1982 और 1987 में भी वे विधानसभा के लिए चुने गए। 1989 में, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (इनेलो) की स्थापना की, जो हरियाणा की एक क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी है।
1999 में, चौटाला को पहली बार हरियाणा का मुख्यमंत्री चुना गया। उन्होंने 2005 तक इस पद पर कार्य किया, जिस दौरान उन्होंने कई विकासात्मक परियोजनाएं शुरू कीं, जिनमें सिंचाई परियोजनाएं, सड़क निर्माण और शिक्षा में सुधार शामिल थे।
हालांकि, चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी ठहराया गया, जिसके कारण उन्हें जेल की सजा सुनाई गई। वह 2013 से 2016 तक जेल में रहे। रिहा होने के बाद, उन्होंने अपनी राजनीतिक गतिविधियों को फिर से शुरू किया।
2019 में, चौटाला ने इनेलो को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल किया।
विरासत:
ओम प्रकाश चौटाला को एक करिश्माई नेता के रूप में याद किया जाता है, जिनके पास जनता से जुड़ने की असाधारण क्षमता थी। उन्होंने हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने राज्य के विकास और समृद्धि के लिए काम किया।
पुरस्कार और सम्मान:
* भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण
* हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा गौरव सम्राट
* चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि
निष्कर्ष:
ओम प्रकाश चौटाला एक प्रेरणादायक राजनीतिक व्यक्ति थे, जिन्होंने राज्य के लोगों की भलाई के लिए अपने पूरे जीवन को समर्पित कर दिया। उनकी विरासत उनके द्वारा शुरू की गई विकासात्मक परियोजनाओं और हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में उनके योगदान में जारी रहेगी।