20 वर्षीय मनु ने शूटिंग वर्ल्ड कप की 10 मीटर एयर पिस्टल महिला व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने क्वालीफाइंग राउंड में 581 का स्कोर बनाया, जो फाइनल में पहुंचने के लिए सातवें स्थान पर पर्याप्त था।
फाइनल में, मनु ने एक शानदार प्रदर्शन किया, लगातार उच्च स्कोर बनाए। वह आखिरी शॉट तक स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार रही, लेकिन अंततः तुर्की की ओगुजान मुसलू ने उन्हें हरा दिया। मनु को 238.8 अंक मिले, जबकि ओगुजान ने 241.2 अंक जीते।
मनु का यह पदक उनकी शानदार फॉर्म को जारी रखता है। उन्होंने पिछले साल म्यूनिख में आईएसएसएफ जूनियर वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल महिला व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। वह ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में एक मजबूत दावेदार है, जो जुलाई में टोक्यो में आयोजित होने वाले हैं।
मनु की सफलता उनके अथक प्रयास और समर्पण का प्रमाण है। वह एक असाधारण रूप से प्रतिभाशाली शूटर है, और वह भारतीय शूटिंग के भविष्य के लिए एक उज्ज्वल सितारा है।
मनु का सफर
मनु भाकर का जन्म 18 फरवरी, 2002 को झज्जर, हरियाणा में हुआ था। वह एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने कम उम्र से ही शूटिंग में रुचि दिखाई और 12 साल की उम्र में एक शूटिंग रेंज जॉइन की।
मनु ने जल्द ही अपनी प्रतिभा दिखाई और देश और विदेश दोनों जगह जूनियर प्रतियोगिताओं में पदक जीते। उन्होंने 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियां बटोरीं, जब वह सिर्फ 16 साल की थीं।
मनु लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार कर रही हैं, और उनके पास टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने की क्षमता है। वह एक मजबूत और दृढ़निश्चयी एथलीट है, और उन्हें भारतीय खेलों के भविष्य में एक बड़े सितारे के रूप में देखा जा रहा है।
मनु भाकर की उपलब्धियां
मनु भाकर की सफलता उन्हें भारत के सबसे होनहार युवा शूटरों में से एक बनाती है। वह भारतीय खेलों के भविष्य के लिए एक उज्ज्वल सितारा हैं।
मनु भाकर के बारे में कुछ तथ्य
मनु भाकर भारतीय खेलों की एक सच्ची एंबेसडर हैं। वह एक प्रेरणा हैं और वह साबित करती हैं कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
आख़िरी बात,
मनु भाकर एक अविश्वसनीय एथलीट हैं जो भारतीय शूटिंग के भविष्य को आकार देने के लिए तैयार हैं। वह एक सच्चा रोल मॉडल है और वह भारतीय खेलों की एक महान राजदूत है। हम सभी को उन पर गर्व है।