कौन है निकहत ज़रीन? बॉक्सिंग रिंग में छाने वाली भारतीय मुक्केबाज




भारत में बॉक्सिंग के क्षेत्र में निकहत ज़रीन एक उभरता हुआ सितारा हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से बॉक्सिंग की दुनिया में खास पहचान बनाई है। निकहत ने अपने करियर की शुरुआत एक राष्ट्रीय स्तर की मुक्केबाज के रूप में की और अब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं। आइए जानते हैं निकहत ज़रीन के बारे में कुछ खास बातें:

प्रारंभिक जीवन और करियर

निकहत का जन्म 14 जून, 1996 को तेलंगाना के निज़ामाबाद जिले में हुआ था। उन्होंने बचपन से ही बॉक्सिंग में रुचि दिखाई और 12 साल की उम्र में इस खेल को अपनाया। अपने भाई के मार्गदर्शन में, निकहत ने बॉक्सिंग की बारीकियों को सीखा और अपने कौशल को निखारा।

पेशेवर करियर


निकहत ने अपने पेशेवर करियर की शुरुआत 2010 में की थी। उन्होंने राष्ट्रीय जूनियर और सीनियर चैंपियनशिप में कई पदक जीते। 2016 में, उन्होंने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता और भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के लिए चुनी गईं।

अंतर्राष्ट्रीय सफलता

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, निकहत ने कई सफलताएँ हासिल की हैं। वह 2019 में थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं। उन्होंने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक भी जीता।

व्यक्तिगत जीवन

निकहत एक मेहनती और समर्पित एथलीट हैं। वह बॉक्सिंग के अलावा पढ़ाई में भी रुचि रखती हैं और उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की है। वह एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं और युवा एथलीटों के लिए एक आदर्श हैं।

ताकत और कमजोरियाँ

निकहत अपनी गति, फिटनेस और तकनीकी कौशल के लिए जानी जाती हैं। हालाँकि, वह कभी-कभी रिंग में आक्रामक हो सकती हैं और अनावश्यक जोखिम ले सकती हैं।

भविष्य की योजनाएँ


निकहत का लक्ष्य 2024 पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतना है। वह वर्तमान में ओलंपिक के लिए प्रशिक्षण ले रही हैं और आने वाले वर्षों में बॉक्सिंग में और अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए दृढ़ हैं।

निकहत ज़रीन की सफलता का रहस्य

निकहत की सफलता उनकी मेहनत, दृढ़ संकल्प और कोचों और परिवार का समर्थन का परिणाम है। वह एक सच्ची योद्धा हैं जो अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। निकहत का संघर्ष और जीत की कहानी कई भारतीयों को प्रेरित करती है और बॉक्सिंग के खेल को लोकप्रिय बनाने में मदद करती है।