क्या यूपीएससी भारत की सबसे कठिन परीक्षा है?




यूपीएससी की परीक्षा, भारत की सबसे कठिन परीक्षा है. इसमें कोई दोराय नहीं है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही सफल हो पाते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि आखिर यूपीएससी इतनी कठिन क्यों है?

परीक्षा का सिलेबस बेहद विशाल है

यूपीएससी की परीक्षा का सिलेबस बहुत विशाल है। इसमें सामान्य अध्ययन, निबंध, वैकल्पिक विषय और साक्षात्कार शामिल हैं। सामान्य अध्ययन के पेपर में इतिहास, भूगोल, अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और पारिस्थितिकी जैसे कई विषयों को शामिल किया जाता है।

प्रतियोगिता बहुत अधिक है

यूपीएससी की परीक्षा में प्रतियोगिता बहुत अधिक है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ ही हजार सफल हो पाते हैं। इसका मतलब है कि आपकी सफलता की संभावना बहुत कम है।

परीक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है

यूपीएससी की परीक्षा का स्तर बहुत ऊंचा है। परीक्षा के प्रश्न बहुत कठिन होते हैं और उनका उत्तर देने के लिए उम्मीदवारों को गहन अध्ययन करने की आवश्यकता होती है।

परीक्षा का समय बहुत कम है

यूपीएससी की परीक्षा का समय बहुत कम है। प्रीलिम्स परीक्षा में केवल दो घंटे का समय मिलता है, जबकि मेन्स परीक्षा में नौ घंटे का समय मिलता है। इतने कम समय में इतने सारे प्रश्नों का उत्तर देना बहुत मुश्किल है।

परीक्षा की मानसिक दबाव बहुत अधिक है

यूपीएससी की परीक्षा की मानसिक दबाव बहुत अधिक है। परीक्षा की तैयारी से लेकर परीक्षा के दिन तक उम्मीदवारों को बहुत अधिक मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है। यह दबाव उनकी सफलता में बाधा बन सकता है।

इन सभी कारणों से यूपीएससी की परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षा है। लेकिन अगर आप कड़ी मेहनत और लगन से तैयारी करेंगे, तो आप भी इस परीक्षा को पास कर सकते हैं।