कारगिल




आज से करीब 22 साल पहले, भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल की वो भयंकर लड़ाई हुई थी, जिसे हम कारगिल युद्ध कहते हैं। इस लड़ाई में भारत की जीत हुई थी। मुझे याद है, उस समय मैं नौवीं क्लास में पढ़ता था। स्कूल में हमारे अध्यापक जी ने हमें युद्ध के बारे में बताया था। उनकी आंखों में गर्व था और उनकी आवाज़ में जोश, मानो वो खुद भी इस जंग का हिस्सा रहे हों।
उस दिन, स्कूल से आने के बाद मैंने अपने पिता जी से कारगिल के बारे में पूछा। उन्होंने मुझे उस युद्ध की पूरी कहानी सुनाई। कैसे पाकिस्तानी सैनिकों ने चुपके से नियंत्रण रेखा पार करके हमारे इलाकों पर कब्जा कर लिया था। कैसे हमारे जांबाज जवानों ने दुश्मनों से लोहा लिया और उन्हें खदेड़कर अपने इलाके वापस ले लिए।
मेरे पिता जी ने मुझे बताया कि कारगिल की लड़ाई आसान नहीं थी। हमारे कई जवान शहीद हो गए थे। उन्होंने बहुत बहादुरी से लड़ाई लड़ी और देश के लिए अपनी जान दे दी। मुझे उनके नाम जानने की उत्सुकता हुई, इसलिए मैंने अपने पिता जी से पूछा कि क्या वो मुझे शहीदों के नाम बता सकते हैं। उन्होंने मुझे बताया कि कैप्टन विक्रम बत्रा, मेजर सोनम वांगचुक, कैप्टन अनूप मणि और ऐसे ही बहुत से अन्य वीर योद्धाओं ने इस युद्ध में अपने प्राणों की आहुति दी थी।
उन शहीदों के नाम सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए। मुझे गर्व हुआ कि मेरे देश के ऐसे बहादुर जवान हैं, जो देश की रक्षा के लिए अपनी जान तक देने को तैयार हैं। उस दिन, मैंने अपने पिता जी से वादा किया था कि मैं भी एक दिन सेना में जाऊंगा और देश की सेवा करूंगा।
लद्दाख के ऊंचे पहाड़ों में लड़ी गई कारगिल की लड़ाई, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। यह हमारे जवानों की बहादुरी, देशभक्ति और त्याग की कहानी है। इस लड़ाई ने हमें ये भी सिखाया कि हमें अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हमें अपने शहीदों को हमेशा याद रखना चाहिए और उनका सम्मान करना चाहिए।
आज, कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, हम उन शहीरों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। हम उनके साहस और बलिदान को याद करते हैं। कारगिल की लड़ाई हमें ये भी याद दिलाती है कि शांति बेहद महत्वपूर्ण है। हमें अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहने की कोशिश करनी चाहिए।
मैं उम्मीद करता हूं कि हमारे देश में कभी भी कोई युद्ध नहीं होगा। लेकिन अगर कभी ऐसा समय आता है, तो मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे जवान हमारी रक्षा करेंगे। वो कारगिल के उन शहीदों की तरह ही बहादुर और देशभक्त हैं।
जय हिंद!