हिंदू कैलेंडर के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक, करथीगई दीपम, इस साल 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार को मनाया जाएगा। यह त्योहार कार्तिक महीने में पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
तिथि और समय:शुक्रवार, 13 दिसंबर, 2024
पूर्णिमा तिथि की शुरुआत: 12 दिसंबर, 2024, दोपहर 2:15 बजे
पूर्णिमा तिथि का अंत: 13 दिसंबर, 2024, सुबह 10:27 बजे
दीप प्रज्वलन का शुभ मुहूर्त:13 दिसंबर, 2024, शाम 6:15 बजे से 8:15 बजे तक
महत्व और पूजा विधि:करथीगई दीपम को दक्षिण भारत में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान कार्तिकेय, भगवान शिव के पुत्र का जन्मदिन मनाने के लिए मनाया जाता है।
इस दिन, घरों और मंदिरों को दीयों से सजाया जाता है, जो ज्ञान, समृद्धि और समृद्धि का प्रतीक है। लोग दीयों के सामने प्रार्थना करते हैं और भगवान कार्तिकेय से अपने जीवन में खुशी और सफलता का आशीर्वाद मांगते हैं।
उत्सव:करथीगई दीपम तमिलनाडु के तिरुवण्णामलाई में सबसे भव्य तरीके से मनाया जाता है। अरुणाचलेश्वर मंदिर में 10 दिवसीय उत्सव आयोजित किया जाता है, जो दीपम से पहले से शुरू होता है।
उत्सव का मुख्य आकर्षण महादीपम है, एक विशाल अलाव जो मंदिर के 2,668 फुट ऊंचे अरुणाचल पहाड़ी की चोटी पर जलाया जाता है। इससे पूरा क्षेत्र रोशन हो जाता है और दूर-दूर से भक्तों को आकर्षित करता है।
निष्कर्ष:करथीगई दीपम एक पवित्र और उत्थानशील त्योहार है जो ज्ञान की शक्ति का जश्न मनाता है और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह एक ऐसा अवसर है जब परिवार और दोस्त एक साथ आते हैं और खुशी और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं।