कर्नाटक बनाम विदर्भ: मैदान पर आग, मैदान के बाहर मित्रता
क्रिकेट दुनिया में ऐसी कई प्रतिद्वंद्विताएँ हैं जो मैदान पर आग बरसाती हैं, लेकिन मैदान के बाहर खिलाड़ियों के बीच बहुत अच्छी दोस्ती होती है। ऐसी ही एक प्रतिद्वंद्विता है कर्नाटक और विदर्भ के बीच।
कर्नाटक और विदर्भ दोनों ही भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हैं। कर्नाटक ने 8 बार रणजी ट्रॉफी जीती है तो विदर्भ ने 2 बार। दोनों टीमें कई बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में आमने-सामने आ चुकी हैं।
मैदान पर दोनों टीमों के बीच हमेशा कड़ा मुकाबला होता है, लेकिन मैदान के बाहर खिलाड़ियों के बीच बहुत गहरा रिश्ता है। कर्नाटक के राहुल द्रविड़ और विदर्भ के रविंद्र जडेजा अच्छे दोस्त हैं। दोनों एक साथ भारतीय टीम में खेल चुके हैं।
मैदान पर आग, मैदान के बाहर मित्रता
मैदान पर हो सकता है कर्नाटक और विदर्भ एक दूसरे के धुर विरोधी हों, लेकिन मैदान के बाहर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच बहुत अच्छी दोस्ती है।
राहुल द्रविड़ और रविंद्र जडेजा की दोस्ती
कर्नाटक के राहुल द्रविड़ और विदर्भ के रविंद्र जडेजा अच्छे दोस्त हैं। दोनों एक साथ भारतीय टीम में खेल चुके हैं।
मैदान पर प्रतिद्वंद्वी, मैदान के बाहर मित्र
कर्नाटक और विदर्भ के खिलाड़ियों का रिश्ता बताता है कि क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो न केवल प्रतिस्पर्धा और जीत-हार के बारे में है, बल्कि दोस्ती और खेल भावना के बारे में भी है।
कर्नाटक और विदर्भ की प्रतिद्वंद्विता
कर्नाटक और विदर्भ दोनों ही भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हैं। कर्नाटक ने 8 बार रणजी ट्रॉफी जीती है तो विदर्भ ने 2 बार। दोनों टीमें कई बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में आमने-सामने आ चुकी हैं।
मैदान पर भले ही दोनों टीमें एक दूसरे की धुर विरोधी हों, लेकिन मैदान के बाहर दोनों टीमों के खिलाड़ियों का रिश्ता बताता है कि क्रिकेट एक ऐसा खेल है जो न केवल प्रतिस्पर्धा और जीत-हार के बारे में है, बल्कि दोस्ती और खेल भावना के बारे में भी है।