कलिकी मूवी रिव्यू




कलिकी, एक साइंस-फिक्शन थ्रिलर है जो साल 2047 में सेट है, जहां दुनिया एक प्रलयंकारी वायरस से जूझ रही है। यह फिल्म एक वैज्ञानिक, डॉ. फ्रेंकलिन की कहानी बताती है, जो इस वायरस का इलाज खोजने के लिए एक खोज पर निकलता है।

फिल्म की शुरुआत बहुत ही तेज और रोमांचक है, जो हमें जल्दी से कहानी में खींच लेती है। डॉ. फ्रेंकलिन का किरदार रणदीप हुड्डा ने शानदार ढंग से निभाया है, जो उसे एक बुद्धिमान, दृढ़ निश्चयी और दृढ़ निश्चयी व्यक्ति के रूप में पेश करते हैं। फिल्म का मुख्य आकर्षण इसकी तेज गति है, जो दर्शकों को स्क्रीन से बांधे रखती है।

फिल्म में विजुअल इफेक्ट्स भी बहुत प्रभावशाली हैं, जो वायरस के विनाशकारी प्रभावों को जीवंत करते हैं। फिल्म का संगीत भी शानदार है, जो फिल्म के मूड और वातावरण को बढ़ाता है।

हालाँकि, फिल्म में इसकी खामियाँ भी हैं। कहीं-कहीं कहानी थोड़ी पूर्वानुमेय हो जाती है, और कुछ पात्र पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं। इसके अलावा, फिल्म का अंत थोड़ा निराशाजनक है और इसे बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।


    क्या काम किया:
  • तेज गति और रोमांचक कथानक
  • रणदीप हुड्डा का शानदार प्रदर्शन
  • प्रभावशाली विजुअल इफेक्ट्स
  • दिल दहलाने वाला संगीत

  • क्या काम नहीं किया:
  • पूर्वानुमेय कथा
  • अविकसित पात्र
  • निराशाजनक अंत

  • कुल मिलाकर, कलिकी एक सॉलिड साइंस-फिक्शन थ्रिलर है जो दर्शकों को अपनी तेज़ गति और रोमांचक कहानी से जोड़े रखती है। हालांकि इसकी खामियाँ फिल्म को उत्कृष्ट बनने से रोकती हैं, लेकिन यह अभी भी एक मनोरंजक और विचारोत्तेजक घड़ी है।

    क्या आप कलिकी को देखेंगे? हमें कमेंट में बताना न भूलें।