कलकी संग्रह विश्वव्यापी




भारतीय संस्कृति और धर्म में, कल्कि अवतार विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना जाता है, जो कलयुग के अंत में प्रकट होगा। उनके आगमन से जुड़ी भविष्यवाणियां हिंदू पवित्र ग्रंथों, जैसे पुराणों और महाभारत में पाई जाती हैं।

पुराणों के अनुसार, कलयुग में जब धर्म का ह्रास और अधर्म का प्रसार होगा, तब कल्कि अवतार एक सफेद घोड़े पर सवार होकर एक तलवार लिए प्रकट होंगे। वह पृथ्वी से पाप का नाश करेंगे और धर्म की पुनर्स्थापना करेंगे।

  • कल्कि पुराण में वर्णित कल्कि अवतार की विशेषताएं:
  • - चार भुजाएं, जिनमें शंख, चक्र, गदा और तलवार हैं।
  • - सफेद घोड़े पर सवार।
  • - नीले रंग की त्वचा।
  • - आठ यज्ञोपवीत (पवित्र धागे)।
  • - अलौकिक शक्तियां और ज्ञान।

महाभारत के अनुशासन पर्व में भी कल्कि अवतार का उल्लेख मिलता है। इसमें कहा गया है कि वे असुरों और पापियों का नाश करेंगे और शेष मनुष्यों में धर्म की पुनर्स्थापना करेंगे।

कलयुग के अंत में कल्कि अवतार के आगमन की भविष्यवाणी हिंदू धर्म में एक गहरी आस्था और आशा का प्रतीक है। यह विश्वास है कि भगवान अपने भक्तों की रक्षा करेंगे और दुष्टता और अधर्म पर विजय प्राप्त करेंगे।

कुछ लोगों का मानना है कि कल्कि अवतार पहले ही प्रकट हो चुके हैं या जल्द ही प्रकट होंगे। जबकि अन्य का मानना है कि उनके आगमन का समय अभी भी अज्ञात है। लेकिन एक बात निश्चित है कि कल्कि अवतार की भविष्यवाणी हिंदू धर्म की आस्था, आशा और धर्म की विजय की भावना का प्रतीक है।

क्या आप तैयार हैं कल्कि अवतार के आगमन के लिए?