केशव प्रसाद मौर्य




उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक दलों में से एक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रमुख सदस्य, केशव प्रसाद मौर्य अपने विनम्र मूल से लेकर राजनीतिक शिखर तक की यात्रा के लिए जाने जाते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
जन्म 15 मई, 1959 को उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के पवई नामक गाँव में एक किसान परिवार में, मौर्य ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
राजनीतिक कैरियर:
राजनीति में मौर्य की यात्रा 1990 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) से शुरू हुई। उन्होंने 2002 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुनाव जीता और 2004 से 2007 तक राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया।
2014 में, मौर्य यूपी के मऊ लोकसभा क्षेत्र से 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने वित्त मंत्रालय की स्थायी समिति और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय से संबंधित विषयों पर परामर्श समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
2017 में, उन्हें उत्तर प्रदेश का उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। तब से, उन्होंने विभिन्न विभागों को संभाला है, जिनमें ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, सिंचाई और राजस्व शामिल हैं।
राजनीतिक विचारधारा:
मौर्य हिंदुत्व के प्रबल समर्थक हैं और वह किसानों, युवाओं और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए एक मुखर आवाज रहे हैं। वह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी हैं और केंद्र सरकार की नीतियों के प्रबल समर्थक हैं।
व्यक्तिगत जीवन:
मौर्य का विवाह ममता से हुआ है और उनके तीन बच्चे हैं। वह एक साधारण जीवन जीते हैं और अक्सर अपने गाँव का दौरा करते हैं और स्थानीय लोगों से मिलते हैं।
विवाद और आलोचना:
अपने राजनीतिक करियर के दौरान, मौर्य कई विवादों और आलोचनाओं का सामना कर चुके हैं। उन पर भड़काऊ बयान देने और जातीय बयानबाजी करने का आरोप लगाया गया है। हालाँकि, उनकी पार्टी और उनके समर्थकों द्वारा उनकी दृढ़ नीतियों और ज़मीनी स्तर पर काम करने के लिए व्यापक रूप से उनकी सराहना की जाती है।
भविष्य के लक्ष्य:
मौर्य ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की आकांक्षा व्यक्त की है। वह पार्टी के भीतर एक लोकप्रिय व्यक्ति हैं और अगर उन्हें भाजपा का टिकट मिलता है तो 2024 के विधानसभा चुनावों में उनके जीतने की संभावना है।
निष्कर्ष:
केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक प्रमुख व्यक्ति हैं। वह अपनी विनम्र पृष्ठभूमि से अपने वर्तमान पद तक की अपनी यात्रा के लिए जाने जाते हैं। हिंदुत्व के एक प्रबल समर्थक, वह पिछड़े वर्गों और किसानों के लिए एक मजबूत आवाज रहे हैं। भविष्य में, वह राज्य का नेतृत्व करने और जनता की सेवा जारी रखने की आकांक्षाएँ रखते हैं।