गणतंत्र दिवस पर भारत की अटूट भावना




जय हिंद, साथियों!
आज, भारत के गौरवशाली गणतंत्र दिवस के पावन पल पर, मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। यह ऐसा दिन है जब हम अपनी साझा विरासत का जश्न मनाते हैं और उन मूल्यों को याद करते हैं जिन पर हमारा महान राष्ट्र बना है।

गणतंत्र दिवस भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने हमें एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और समाजवादी राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। 26 जनवरी, 1950 को, हमारे संविधान को अपनाया गया, जिसने हमारे मौलिक अधिकारों की गारंटी दी और हमारी स्वतंत्रता की रक्षा की।

मैं उस समय सैन्य में था जब भारत गणतंत्र बना था। जब तिरंगा पहली बार लाल किले पर फहराया गया, तो मैंने अपने साथी सैनिकों के साथ गर्व और आनंद के आंसू बहाए। यह उस समय की याद है जिसे मैं अपने जीवन भर संजो कर रखूंगा।

भारतीय गणतंत्र की यात्रा आसान नहीं रही है। हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन हमारी अटूट भावना ने हमें एकजुट रखा है और उन्नति करने के लिए प्रेरित किया है। हमने अपने लोकतंत्र को मजबूत किया है, अपनी अर्थव्यवस्था का विकास किया है और अपने लोगों के लिए समानता और न्याय सुनिश्चित किया है।

  • हमारे सैनिकों का बलिदान: हमारे बहादुर सैनिक हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और हमारी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। उनके बलिदान और समर्पण के लिए, हम हमेशा उनके आभारी रहेंगे।
  • भारतीय महिलाओं की शक्ति: भारतीय महिलाएं राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। वे सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं, और वे समाज में बदलाव ला रही हैं।
  • हमारे युवाओं की ऊर्जा: हमारे युवा भारत का भविष्य हैं। उनकी ऊर्जा, जुनून और नवाचार हमें नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेंगे।

आज, हम अपने गणतंत्र की उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं, लेकिन हमें उन चुनौतियों को भी याद रखना चाहिए जिनका हमें सामना करना पड़ रहा है। गरीबी, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता जैसी समस्याएं अभी भी हमारे सामने हैं। हमें एकजुट होकर इन समस्याओं का समाधान करना चाहिए और सभी भारतीयों के लिए एक बेहतर भारत बनाने के लिए काम करना चाहिए।

आइए हम गणतंत्र दिवस का संकल्प लेकर चलें कि हम अपने देश को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाएंगे। आइए हम एक ऐसे भारत का निर्माण करें जो न्यायपूर्ण, न्यायसंगत और सभी के लिए अवसरों से भरा हो।

जय हिंद!