गुरुनानक जयंती, जिसे गुरुपरब के नाम से भी जाना जाता है, सिखों के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। यह त्योहार गुरु नानक देव जी के जन्म की वर्षगांठ को चिह्नित करता है, जो सिख धर्म के संस्थापक थे। हर साल, यह त्योहार कार्तिक महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
इस साल, गुरुनानक जयंती 15 नवंबर, 2024 (शुक्रवार) को पड़ेगी। इस दिन, सिख समुदाय के लोग गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं को याद करते हैं। गुरुद्वारों में विशेष प्रार्थनाओं और कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
गुरु नानक देव जी का जन्म 15 अप्रैल, 1469 को तलवंडी, अब पाकिस्तान में हुआ था। उनके माता-पिता साधारण किसान थे। गुरु नानक देव जी बचपन से ही आध्यात्मिक रूप से इच्छुक थे।
कहा जाता है कि जब वह 30 वर्ष के थे, तो उन्हें एक दिव्य अनुभव हुआ। इस अनुभव के बाद, उन्होंने अपने जीवन को सत्य और ईश्वर की खोज के लिए समर्पित कर दिया।
गुरु नानक देव जी ने अपने पूरे जीवन में व्यापक यात्राएँ कीं। उन्होंने लोगों को ईश्वर से प्रेम, दया और सत्य का संदेश दिया। वे एकेश्वरवाद और मानवतावाद के प्रबल समर्थक थे।
गुरु नानक देव जी ने सिख धर्म की स्थापना की। सिख धर्म की मूल शिक्षाएँ "नानक की बाणी" में पाई जाती हैं। इस बाणी में ईश्वर से प्रेम, सभी प्राणियों के साथ समानता और सत्य का रास्ता अपनाने की शिक्षा दी गई है।
गुरुनानक जयंती को सिख समुदाय के लोग पूरे विश्व में बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन, गुरुद्वारों को रंग-बिरंगे फूलों और दीयों से सजाया जाता है। लोग सुबह जल्दी उठकर गुरुद्वारे जाते हैं और गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में सुनते हैं।
विशेष प्रार्थनाएँ और कीर्तन पूरे दिन आयोजित किए जाते हैं। लोग "लंगर" नामक सामुदायिक भोजन में भी भाग लेते हैं, जो सभी जातियों और धर्मों के लोगों के लिए खुला होता है।
कुछ स्थानों पर, रंग-बिरंगी झांकियों के साथ भव्य जुलूस निकाले जाते हैं। ये झांकियाँ गुरु नानक देव जी के जीवन और उपदेशों को दर्शाती हैं।
गुरुनानक जयंती सिख समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार गुरु नानक देव जी के जीवन और शिक्षाओं को याद करने का एक अवसर है। यह लोगों को अपने जीवन में सत्य, प्रेम और दया के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
गुरुनानक जयंती हर किसी को इस महान संत के जीवन और उपदेशों से प्रेरणा लेने का मौका देती है। उनके संदेश शांति, सद्भाव और मानवतावाद के लिए प्रासंगिक हैं, जो आज के विश्व में अधिक महत्वपूर्ण हैं।
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