गुरु पूर्णिमा, गुरुओं और शिक्षकों को समर्पित एक पवित्र त्योहार है जो आसाढ़ महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह आध्यात्मिक मार्गदर्शन, ज्ञान और शिष्यत्व के महत्व को स्वीकार करता है। 2024 में गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी।
व्यास, जिन्हें वेदों के संकलनकर्ता माना जाता है, उन्हें गुरु पूर्णिमा का प्रारंभकर्ता माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन वह अपने शिष्यों द्वारा पूजे गए थे और इसलिए इस त्योहार को गुरु पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है।
गुरु पूर्णिमा पर, भक्त अपने गुरुओं को फल, फूल और उपहार भेंट करते हैं। वे मंदिरों में जाते हैं और पूजा करते हैं, गुरुओं को समर्पित भजन गाते हैं और ध्यान करते हैं।
एक सच्चा गुरु ज्ञान, दिशा और समर्थन का स्रोत है। वे हमारे आध्यात्मिक विकास में हमारी मदद करते हैं और हमें जीवन की चुनौतियों से पार पाने में सक्षम बनाते हैं। गुरु पूर्णिमा हमें आध्यात्मिक मार्गदर्शन की शक्ति को याद दिलाती है और हमें अपने शिक्षकों की सराहना करने के लिए प्रेरित करती है।
जीवन में एक गुरु का मार्गदर्शन अमूल्य है। वे हमारे अंधेरे समय में दीया हैं और हमें सच्चाई और प्रेम की ओर ले जाते हैं। गुरु पूर्णिमा एक अवसर है उनके त्याग और समर्पण को स्वीकार करने और अपने जीवन में उनके मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त करने का।
यह आत्मनिरीक्षण का भी समय है। गुरु पूर्णिमा हमें हमारे आध्यात्मिक मार्ग पर प्रगति की समीक्षा करने और उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करती है जहां हमें सुधार की आवश्यकता है। यह आध्यात्मिक विकास और ज्ञान की खोज के लिए अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का दिन है।
गुरु पूर्णिमा 2024 एक आध्यात्मिक मार्गदर्शन का पावन पर्व है। यह अपने गुरुओं को श्रद्धांजलि देने, आध्यात्मिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने और अपने जीवन में ज्ञान और प्रेम लाने के लिए एक अवसर है। जय गुरुदेव!