आपको यह जानकर खुशी होगी कि चन्नापट्टना में कांग्रेस प्रत्याशी सी.पी. योगेश्वर ने जीत हासिल की है। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, जेडी(एस) प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को 18,791 वोटों से हराया।
इस जीत का मतलब कांग्रेस के लिए एक बड़ी जीत है, खासकर इसलिए क्योंकि यह पार्टी के लिए पिछले कुछ वर्षों में राज्य में एकमात्र बड़ी जीत है। यह भाजपा के लिए भी एक बड़ा झटका है, जो इस सीट पर जीत की उम्मीद कर रही थी।
चन्नापट्टना सीट पर हुए चुनाव को कड़ी टक्कर माना जा रहा था, जिसमें दोनों उम्मीदवारों के जीत की संभावना थी। हालाँकि, योगेश्वर ने शुरुआत से ही बढ़त बना ली थी और उन्होंने अंत तक अपनी बढ़त बनाए रखी।
योगेश्वर की जीत कई कारकों के कारण है, जिसमें स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व की मजबूत पकड़, योगेश्वर की व्यक्तिगत लोकप्रियता और राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के पक्ष में बढ़ती लहर शामिल है।
निखिल कुमारस्वामी की हार पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर इसलिए क्योंकि यह उनके पिता एच.डी. कुमारस्वामी की गृह सीट रही है। हालाँकि, कुमारस्वामी ने हार को स्वीकार कर लिया है और उन्होंने योगेश्वर को उनकी जीत के लिए बधाई दी है।
चन्नापट्टना में कांग्रेस की जीत पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है और यह आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के लिए एक बड़ा बढ़ावा है। यह भाजपा के लिए भी एक बड़ा झटका है और इससे पार्टी को अपने आत्मनिरीक्षण करने और अपने चुनावी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर सकती है।