चारणजीत सिंह चन्नी
क्या आप जानते हैं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चारणजीत सिंह चन्नी के बारे में? आइए, आज हम उनके जीवन और करियर पर एक नज़र डालते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
चारणजीत सिंह चन्नी का जन्म 17 जनवरी, 1963 को पंजाब के चमकौर साहिब में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री हासिल की।
राजनीतिक करियर
चन्नी 2007 में चमकौर साहिब से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल की। इसके बाद वह 2012 और 2017 में फिर से चुनाव जीते। 2017 में, उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया।
मुख्यमंत्री
सितंबर 2021 में, अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री चुना गया। वह इस पद पर 111 दिनों तक रहे, जब तक कि आम आदमी पार्टी ने 2022 के विधानसभा चुनाव जीत नहीं लिए।
विवाद और आरोप
चन्नी के मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान कई विवादों का सामना करना पड़ा। उन पर अपने भतीजे भूपिंदर सिंह के साथ रेत खनन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था। हालाँकि, उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया।
व्यक्तिगत जीवन
चन्नी की शादी कमलजीत कौर से हुई है और उनके दो बच्चे हैं। वह एक शौकीन किसान हैं और कृषि में उनकी गहरी रुचि है।
विरासत
चन्नी ने पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में एक छोटा कार्यकाल पूरा किया, लेकिन उन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण पहलों को लागू किया। उन्होंने किसानों और युवाओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएँ शुरू कीं और सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया।
आज का चारणजीत सिंह चन्नी
मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद चन्नी सक्रिय राजनीति में बने हुए हैं। वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य के रूप में विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं।
व्यक्तिगत नोट
मैं हमेशा से चारणजीत सिंह चन्नी को एक करिश्माई और जमीनी नेता के रूप में जानता हूँ। उनका राजनीति में सफर प्रेरणादायक है, और उन्होंने पंजाब के लोगों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मैं उन्हें भविष्य में भी सेवा करते हुए देखने के लिए उत्सुक हूँ।