चारणजीत सिंह चन्नी: एक सादा जीवन, असाधारण विरासत




पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चारणजीत सिंह चन्नी का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है, जो विनम्रता और सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। एक गाँव के लड़के से राज्य के शीर्ष पद तक पहुँचने तक की उनकी यात्रा असंभव को संभव बनाने के बारे में सबक से भरी हुई है।

प्रारंभिक जीवन और करियर:

  • चन्नी का जन्म 6 मार्च, 1963 को पंजाब के खरड़ जिले के चमकौर साहिब में एक किसान परिवार में हुआ था।
  • उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की और एक वकील के रूप में अभ्यास करना शुरू किया।
  • 2007 में, उन्होंने चमकौर साहिब हलके से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

राजनीतिक सफर:

उनकी विनम्रता और लोगों से जुड़ने की उनकी क्षमता के कारण चन्नी तेजी से राजनीतिक रैंक में ऊपर उठे।

  • 2015 में, उन्हें हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट मंत्री नियुक्त किया गया।
  • 2017 में, उन्हें तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण और रोजगार सृजन मंत्री के अतिरिक्त प्रभार के साथ राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
  • 2021 में, कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।

मुख्यमंत्री के रूप में विरासत:

मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, चन्नी ने कई महत्वपूर्ण पहल कीं, जिनमें शामिल हैं:

  • कोविड-19 महामारी से निपटना, जिसमें राज्य में व्यापक टीकाकरण अभियान शुरू करना शामिल था।
  • किसानों के लिए कर्ज माफी योजनाओं की घोषणा करना।
  • राज्य में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना।
  • युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना।

व्यक्तिगत जीवन:

राजनीति में अपने काम के अलावा, चन्नी अपने व्यक्तिगत जीवन के लिए भी जाने जाते हैं।

उन्होंने कमलजीत कौर चन्नी से शादी की है और उनके तीन बच्चे हैं।

वे एक धार्मिक व्यक्ति हैं और नियमित रूप से गुरुद्वारे जाते हैं।

निष्कर्ष:

चारणजीत सिंह चन्नी एक असाधारण व्यक्ति हैं जिनका जीवन सत्यनिष्ठा और सेवा का प्रमाण है। विनम्र पृष्ठभूमि से उठकर राज्य के सर्वोच्च पद तक पहुँचने के उनके संघर्ष ने लाखों भारतीयों को प्रेरित किया है। उनकी विरासत आने वाले कई वर्षों तक पंजाब के लोगों को प्रेरित करती रहेगी।