हनुमान जयंती का त्योहार हिंदू धर्मावलंबियों के लिए बहुत महत्व रखता है. इस दिन भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस साल यह त्योहार 17 अप्रैल, सोमवार को पड़ रहा है.
हनुमान जयंती चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस दिन भक्तगण हनुमान जी के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं और भजन-कीर्तन करते हैं.
हनुमान जयंती का बहुत महत्व है. इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से भक्तों को बुद्धि, बल और विजय की प्राप्ति होती है.
मान्यता है कि जो व्यक्ति हनुमान जयंती के दिन व्रत रखता है और हनुमान चालीसा का पाठ करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
इस दिन हनुमान जी के भक्त लाल रंग के कपड़े पहनते हैं और सिंदूर का टीका लगाते हैं. साथ ही, गुड़ और चना जैसी चीजों का भी भोग लगाया जाता है.
पौराणिक कथा के अनुसार, हनुमान जी का जन्म त्रेतायुग में हुआ था. वे वायुदेव के पुत्र थे और माता अंजना से जन्मे थे.
हनुमान जी बचपन से ही शक्तिशाली और बुद्धिमान थे. उन्होंने कई वीरतापूर्ण कार्य किए और भगवान राम के भक्त बन गए.
हनुमान जी को वरदान प्राप्त था कि कोई भी अस्त्र-शस्त्र उन पर असर नहीं करेगा. इसीलिए उन्हें अजर-अमर माना जाता है.
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि अपना सकते हैं-
हनुमान जयंती के दिन कुछ विशेष काम करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं-
माना जाता है कि हनुमान जयंती के दिन ये काम करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं.