जय श्री कृष्ण! आज हम सभी भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की खुशियाँ मना रहे हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो हमें भगवान के जीवन और उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं की याद दिलाता है। भगवान श्री कृष्ण को विष्णु जी का आठवाँ अवतार माना जाता है। उनका जन्म द्वापर युग में हुआ था और उन्होंने कंस का वध करके अपनी जाति को बचाया था।
भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था। इस दिन को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है और उन्हें भोग लगाया जाता है।
भगवान श्री कृष्ण का जीवन बहुत ही रोमांचक और रोमांचकारी था। उन्होंने अपने जीवन में कई लीलाएँ रचीं। उनकी बाल लीलाएँ, राधा के साथ प्रेम लीलाएँ और कुरुक्षेत्र युद्ध में उनकी भूमिका, सभी अद्भुत और प्रेरणादायक हैं।
भगवान श्री कृष्ण ने हमें कई शिक्षाएँ दी हैं। उन्होंने हमें सत्य के मार्ग पर चलना सिखाया, धर्म का पालन करना सिखाया और प्रेम और करुणा का महत्व बताया। उन्होंने हमें यह भी सिखाया कि हमें निस्वार्थ भाव से कर्म करना चाहिए और कभी भी फल की इच्छा नहीं रखनी चाहिए।
भगवान श्री कृष्ण के जीवन और शिक्षाओं से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। हमें उनके बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। इससे हमारा जीवन सार्थक और सफल होगा।
जय श्री कृष्ण!