नेहरू एक दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने भारत के लिए आधुनिक और विकसित राष्ट्र बनने का एक विजन बनाया था। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने विदेश नीति में भी एक प्रमुख भूमिका निभाई, जो असंरेखण की नीति के प्रबल समर्थक थे।
विचारधारा और विरासत:
नेहरू एक प्रगतिशील और उदार विचारक थे। वे लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने ‘पंचशील’ के सिद्धांतों को विकसित किया, जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की आधारशिला है। उनके विचार आज भी भारत के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को आकार देते हैं।व्यक्तिगत विशेषताएं:
नेहरू एक करिश्माई और लोकप्रिय नेता थे। वे अपनी बुद्धिमत्ता, वक्तृता कौशल और लोगों से जुड़ने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। वह एक उत्साही पाठक और लेखक थे, जिन्होंने कई किताबें लिखीं, जिनमें ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ भी शामिल है।एक जटिल व्यक्तित्व:
नेहरू एक जटिल और बहुआयामी व्यक्तित्व थे। वे एक आदर्शवादी थे, लेकिन साथ ही एक व्यावहारिक राजनीतिज्ञ भी थे। वह कुछ मामलों में विवादास्पद थे, लेकिन उनका भारत के इतिहास पर अमिट प्रभाव पड़ा।विरासत:
जवाहरलाल नेहरू भारत के सबसे महान नेताओं में से एक के रूप में याद किए जाते हैं। उन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। भारत में उनकी स्मृति में कई संस्थानों और स्मारकों का नाम रखा गया है, जिसमें नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय भी शामिल है। नेहरू की विरासत बहुआयामी है। वे आधुनिक भारत के निर्माता थे जिन्होंने देश को प्रगति और विकास के रास्ते पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह एक दूरदर्शी नेता, एक करिश्माई व्यक्ति और एक जटिल व्यक्तित्व थे। उनका योगदान आज भी भारतीय समाज को आकार देता है, जो उन्हें एक सच्चा राष्ट्रीय नायक बनाता है।