जी हाँ, आज हम बात कर रहे हैं दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के उन स्पिन जादूगर की, जिनकी गेंदों के सामने बड़े-बड़े बल्लेबाज भी हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं। तबरेज शम्सी, जो अपनी चाइनामैन गेंदों से दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान करते हैं।
तबरेज शम्सी का जन्म 18 फरवरी 1990 को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुआ था। उनके पिता भारतीय मूल के हैं और माँ दक्षिण अफ़्रीकी। शम्सी का क्रिकेट से लगाव बचपन से ही था। वह अपने भाई के साथ घर के पीछे मैदान में घंटों क्रिकेट खेलते थे।
शम्सी ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत 2011 में की थी। उन्होंने अपने डेब्यू सीजन में ही अपनी स्पिन गेंदों से सबको प्रभावित किया। उन्होंने 12 मैचों में 49 विकेट लिए और टीम के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
2016 में, शम्सी ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में ही उन्होंने 5 विकेट लिए और अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
शम्सी अपनी चाइनामैन गेंदों के लिए जाने जाते हैं। वह अपनी गेंदों को धीमी गति से बहुत सारे घुमाव के साथ फेंकते हैं। उनकी गेंदों को बल्लेबाजों के लिए समझ पाना बहुत मुश्किल होता है।
शम्सी ने अपनी स्पिन गेंदों से दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान किया है। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 200 से ज्यादा विकेट लिए हैं, जबकि वनडे क्रिकेट में उनके नाम 150 से ज्यादा विकेट दर्ज हैं।
शम्सी सिर्फ एक शानदार गेंदबाज ही नहीं, बल्कि एक मनोरंजक व्यक्तित्व भी हैं। मैदान पर उनका हास्य-विनोद और जोश हमेशा देखने लायक होता है।
तबरेज शम्सी दक्षिण अफ्रीका के लिए एक अनमोल संपत्ति हैं। वह एक ऐसे गेंदबाज हैं जो किसी भी समय मैच का रुख बदल सकते हैं। उनकी गेंदों से बल्लेबाजों को खौफ रहता है और वह आने वाले कई सालों तक दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में एक अहम भूमिका निभाते रहेंगे।
तो यही थी तबरेज शम्सी की कहानी, दक्षिण अफ्रीका के उस स्पिन जादूगर की, जिसने दुनियाभर के बल्लेबाजों को अपनी गेंदों से परेशान किया है।