जब मैं पहली बार तिरंगा फहराता हुआ देखती थी, तो मैं हमेशा रोमांचित हो जाती थी। इसके चमकीले रंग, हरियाली, श्वेत और केसरिया, मेरे भीतर एक अजीब सी भावना जगाते थे। मुझे ऐसा लगता था जैसे मैं अपने देश का एक छोटा सा हिस्सा हूं, और यह ध्वज हमारे सभी बलिदानों और उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करता है।
तिरंगे की कहानी बहुत ही रोचक है। 1947 में जब भारत को स्वतंत्रता मिली, तो हमारे देश के नेताओं को एक ऐसे ध्वज की जरूरत थी जो हमारी विविधता का प्रतिनिधित्व करे।
ध्वज के बीच में एक चक्र है, जो हमारे जीवन की निरंतरता और प्रगति का प्रतीक है। इसके 24 तीलियां हमारे देश के 24 राज्यों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
तिरंगा सिर्फ एक ध्वज नहीं है, यह हमारे देश की आत्मा है। यह हमारे इतिहास, हमारी संस्कृति और हमारी आकांक्षाओं का प्रतीक है। यह एक ऐसा ध्वज है जिस पर हमें हमेशा गर्व करना चाहिए, और हमेशा इसके सम्मान की रक्षा करनी चाहिए।
आइए हम सभी मिलकर तिरंगे की रक्षा करें। आइए हम इसे अपने दिलों में हमेशा के लिए उड़ाएं।