तेलंगाणा स्थापना दिवस का जश्न हमारे लिए गर्व और आनंद का विषय है। यह एक ऐसा दिन है जब हम अपने राज्य की समृद्ध विरासत और संस्कृति का जश्न मनाते हैं।
तेलंगाणा पहले हैदराबाद राज्य का एक हिस्सा था, लेकिन कई वर्षों के आंदोलनों और संघर्षों के बाद, 2 जून 2014 को इसे एक अलग राज्य घोषित किया गया था। तब से, हमारा राज्य अभूतपूर्व विकास और प्रगति का गवाह रहा है।
हमारी विरासत का जश्नतेलंगाणा अपनी विशिष्ट संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। हमारी कला, संगीत और नृत्य हमारे समृद्ध अतीत की कहानी कहते हैं।
हम अपनी विरासत को संजोते हैं और अपने त्योहारों और परंपराओं को उत्साह के साथ मनाते हैं।
प्रगति का जश्नहाल के वर्षों में, तेलंगाणा ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी ढांचे में भारी निवेश किया है।
हमारे राज्य का विकास सभी के लिए अवसर और समृद्धि ला रहा है।
एकता का जश्नतेलंगाणा सभी जातियों, धर्मों और समुदायों का घर है। हम एकता और भाईचारे में विश्वास करते हैं।
हमारे राज्य का गठन भाषा और क्षेत्र के आधार पर एक लंबे आंदोलन के बाद हुआ था। लेकिन, आज, हम सभी तेलंगाणा वासियों के रूप में एक साथ खड़े हैं।
हम अपनी विविधता पर गर्व करते हैं और इसे अपनी ताकत मानते हैं।
तेलंगाणा स्थापना दिवस हमें अपने राज्य के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में चिंतन करने का अवसर देता है। यह एक समय है जश्न मनाने, प्रगति करने और हम सभी के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने का संकल्प लेने का।
आपकी भागीदारीतेलंगाणा बनाने और इसे विकसित करने में आप सभी का योगदान रहा है। इस स्थापना दिवस पर, आइए हम अपने राज्य को आगे बढ़ाने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध विरासत छोड़ने का संकल्प लें।
एक साथ मिलकर, हम तेलंगाणा को भारत का सबसे प्रगतिशील और समृद्ध राज्य बना सकते हैं।
तेलंगाणा ज़िंदाबाद!