थार रॉक्स




आपने अक्सर सुना होगा, "राजस्थान में रेत ही रेत है।" लेकिन क्या आप जानते हैं, रेत के टीलों और रेगिस्तान के बीच एक ऐसी जगह है, जहां पहाड़ों की एक श्रृंखला बसी है? जी हां, हम बात कर रहे हैं राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित थार रेगिस्तान की।

थार रेगिस्तान का स्विट्जरलैंड

थार रेगिस्तान को भारत का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। इसकी वजह है, यहां की पहाड़ियों की खूबसूरती और हरे-भरे मैदान। थार रेगिस्तान में स्थित ये पहाड़ियां ज्वालामुखी विस्फोट से बनी हैं और इनकी ऊंचाई करीब 300 से 600 मीटर तक है।

पहाड़ों की अनोखी बनावट

थार रेगिस्तान की पहाड़ियों की सबसे अनोखी बात उनकी बनावट है। ये पहाड़ियां बड़े-बड़े पत्थरों से बनी हैं और इनका रंग लाल और पीला होता है। सूर्य की रोशनी पड़ने पर ये पहाड़ियां और भी खूबसूरत लगती हैं।

हरियाली का अद्भुत नजारा

रेगिस्तान में पहाड़ियों के बीच हरियाली का नजारा देखना बहुत ही अद्भुत होता है। यहां की पहाड़ियों पर पेड़-पौधे और घास उगी हुई है। बरसात के मौसम में तो ये पहाड़ियां हरियाली से लद जाती हैं।

  • लोनिया हिलocks: ये थार रेगिस्तान की सबसे ऊंची पहाड़ी है, जिसकी ऊंचाई करीब 582 मीटर है।
  • चेताल हिलocks: ये भी थार रेगिस्तान की एक ऊंची पहाड़ी है, जिसकी ऊंचाई करीब 482 मीटर है।
सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र

थार रेगिस्तान की पहाड़ियां सैलानियों के लिए भी एक बड़ा आकर्षण का केंद्र हैं। यहां कई सैलानी ट्रेकिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी के लिए आते हैं।

हमारे देश की धरोहर

थार रेगिस्तान की पहाड़ियां हमारे देश की एक धरोहर हैं। ये पहाड़ियां न केवल अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, बल्कि अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए भी प्रसिद्ध हैं।

अगर आप कभी भारत की यात्रा पर आएं, तो थार रेगिस्तान की पहाड़ियों को देखना न भूलें। आपकी यात्रा का अनुभव और भी खास बन जाएगा।