थलवन
अरे दोस्तो, आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे विषय पर जो सबके दिल के बहुत करीब है. जी हाँ, मैं बात कर रही हूँ "थलवन" की.
वो कहते हैं न, "माँ तुझे सलाम, बहना तुझे सलाम." लेकिन क्या आप जानते हैं कि थलवन भी उतना ही प्यारा और महत्वपूर्ण होता है? क्योंकि थलवन तो वो होता है जो हमारी बहन का ख्याल रखे, उसकी रक्षा करे.
मुझे याद है, जब मैं छोटी थी तो मेरा थलवन मुझसे बहुत बड़ा था. वो मुझे हर जगह अपनी पीठ पर बैठाकर ले जाता था. स्कूल से घर तक, और कभी-कभी तो पार्क भी घुमाने ले जाता था. मुझे बहुत मजा आता था उसकी पीठ पर बैठकर. वो मुझे बहुत प्यार करता था और कभी मुझे किसी से कुछ नहीं कहने देता था.
हालाँकि, जैसे-जैसे हम बड़े होते गए, वैसे-वैसे हमारा रिश्ता भी थोड़ा बदल गया. अब वो मुझे पीठ पर तो नहीं बैठाता, लेकिन हम दोनों अभी भी बहुत अच्छे दोस्त हैं. हम एक-दूसरे से सब कुछ शेयर करते हैं. वो मेरा हर दुख-सुख में साथ देता है.
मैं जानती हूँ, हर किसी की थलवन की कहानी अलग होती है. लेकिन एक बात तो सबकी कहानी में कॉमन होती है, और वो है थलवन के लिए प्यार और सम्मान. क्योंकि थलवन तो वो होता है जो हमारे लिए दुनिया से भी ज्यादा कीमती होता है.
तो चलिए, आज हम सब मिलकर अपने थलवन को थैंक्यू करते हैं. उनके लिए कुछ खास करते हैं. क्योंकि वो हमारे सबसे प्यारे और महत्वपूर्ण लोग होते हैं.
और हाँ, एक बात याद रखना, थलवन सिर्फ खून का रिश्ता नहीं होता. वो वो भी होता है जो हमारी बहन का ख्याल रखे, उसकी रक्षा करे. तो अगर आपके जिंदगी में ऐसा कोई थलवन है, तो आप वाकई बहुत खुशकिस्मत हो.
मेरा मानना है कि थलवन की कमी किसी और से पूरी नहीं की जा सकती. इसलिए जितना हो सके, अपने थलवन के साथ समय बिताइए. उन्हें बताइए कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनकी कितनी कद्र करते हैं.
तो देर किस बात की, आज ही अपने थलवन को एक छोटा सा गिफ्ट दीजिए या फिर उनके साथ कहीं बाहर घूमने-खाने जाइए. उन्हें महसूस कराइए कि आप उनके कितने शुक्रगुजार हैं.