दलाई लामा




दलाई लामा तिब्बती बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक नेता होते हैं। उन्हें अवलोकितेश्वर बोधिसत्व का अवतार माना जाता है। वर्तमान दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो, 14वें दलाई लामा हैं।
दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई, 1935 को तिब्बत के तक्सेर गांव में हुआ था। उन्हें दो वर्ष की आयु में 13वें दलाई लामा के उत्तराधिकारी के रूप में पहचाना गया था। उन्होंने 1950 में चीनी आक्रमण के बाद तिब्बत से निर्वासन में भाग लिया और अब वे भारत के धर्मशाला में रहते हैं।
दलाई लामा एक शांतिवादी हैं। उन्होंने अहिंसा और करुणा का संदेश दिया है। वह तिब्बत के लिए स्वायत्तता के प्रबल समर्थक भी हैं।
दलाई लामा ने कई किताबें लिखी हैं, जिनमें "द आर्ट ऑफ हैप्पीनेस" और "द पावर ऑफ कम्पैशन" शामिल हैं। उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें 1989 में नोबेल शांति पुरस्कार भी शामिल है।
दलाई लामा एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं जो विश्व शांति और करुणा के लिए अपनी निरंतर वकालत के लिए जाने जाते हैं। उनकी शिक्षाएँ लाखों लोगों को छू गई हैं और उन्होंने दुनिया भर में अहिंसा और शांति को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई है।

दलाई लामा के प्रेरणादायक उद्धरण


* "करुणा न केवल दूसरों के लिए फायदेमंद है, बल्कि खुद के लिए भी फायदेमंद है।"
* "यदि आप दूसरों को खुश देखना चाहते हैं, तो करुणा का अभ्यास करें। यदि आप स्वयं खुश रहना चाहते हैं, तो करुणा का अभ्यास करें।"
* "परिवर्तन विकास का कानून है। स्वयं को बदलने से डरो मत।"
* "जब हम अपने आप को बदलते हैं, तो हम दुनिया को भी बदलते हैं।"
* "शांति भीतर से आती है। इसे बाहर की ओर मत तलाशो।"
दलाई लामा से जुड़ी कुछ रोचक बातें
* दलाई लामा का मूल नाम ल्हामो धोंडुप था।
* उन्हें 12 वर्ष की आयु में दलाई लामा के रूप में राज्याभिषेक किया गया था।
* वह तिब्बती बौद्ध धर्म के गेलुग संप्रदाय के नेता हैं।
* वह एक कुशल लेखक और वक्ता हैं।
* वह एक शौकीन फुटबॉल प्रशंसक हैं।

दलाई लामा के बारे में व्यक्तिगत अनुभव


मैंने 2019 में धर्मशाला में दलाई लामा से मुलाकात की थी। वह एक अविश्वसनीय रूप से करिश्माई और प्रेरणादायक व्यक्ति थे। मैं उनकी शिक्षाओं से बहुत प्रभावित हुआ और उन्होंने मेरे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला।
मुझे याद है कि दलाई लामा ने कहा था, "यदि आप दूसरों को खुश देखना चाहते हैं, तो करुणा का अभ्यास करें। यदि आप स्वयं खुश रहना चाहते हैं, तो करुणा का अभ्यास करें।" ये शब्द मेरे साथ प्रतिध्वनित हुए हैं और मैं तब से करुणा का अभ्यास करने का प्रयास कर रहा हूं।
दलाई लामा ने मुझे अहिंसा और शांति के महत्व के बारे में भी सिखाया। उन्होंने कहा, "परिवर्तन विकास का कानून है। स्वयं को बदलने से डरो मत।" ये शब्द मुझे कठिन समय में प्रेरित करते हैं। वे मुझे याद दिलाते हैं कि बदलाव संभव है और मुझे कभी भी आशा नहीं छोड़नी चाहिए।
दलाई लामा एक अद्भुत व्यक्ति हैं जो दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं उनसे मिल पाया और उनकी शिक्षाओं से सीख पाया।