दिल्ली के जादूगर- अरविंद केजरीवाल




प्रिय मित्रों, क्या आप जानते हैं दिल्ली के उस अनोखे नेता के बारे में जिसने चुनावों में कमल की तरह उगा दिया और भ्रष्टाचारियों की जमीन खिसका दी? जी हां, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल की। ये वही केजरीवाल हैं, जो कभी एक आम इंजीनियर थे, पर आज राजनीति के सबसे चर्चित चेहरों में गिने जाते हैं।
केजरीवाल का सफर: आम आदमी से खास आदमी तक
अरविंद केजरीवाल का बचपन हरियाणा के हिसार जिले के एक छोटे से गांव में बीता। उनके पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। केजरीवाल ने अपनी शुरुआती शिक्षा हिसार के डीएवी स्कूल से प्राप्त की, और फिर IIT खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने टाटा स्टील में नौकरी की।
पर नौकरी की चमक-धमक केजरीवाल को पसंद नहीं आई। उनका मन तो समाज सेवा में लगता था। इसलिए, उन्होंने टाटा स्टील की नौकरी छोड़ दी और साल 1992 में भारतीय राजस्व सेवा में शामिल हो गए।
सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर केजरीवाल की पहचान
एक अधिकारी के तौर पर भी केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई। उनकी ईमानदारी और आम आदमी के लिए काम करने का जज्बा देखकर लोग उनकी तरफ आकर्षित हुए। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ कई अभियान चलाए।
इन अभियानों में से सबसे मशहूर था 'जन लोकपाल बिल' अभियान। इस अभियान के तहत केजरीवाल ने मांग की थी कि लोकपाल को अधिक शक्तियां दी जाएं, ताकि वह भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई कर सके। इस अभियान को देश भर में खूब समर्थन मिला।
आम आदमी पार्टी का जन्म
जन लोकपाल आंदोलन के बाद केजरीवाल ने राजनीति में कदम रखने का फैसला किया। साल 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थापना की। पार्टी का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना और आम आदमी के लिए काम करना था।
दिल्ली की राजनीति में केजरीवाल का उदय
साल 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। भले ही पार्टी सरकार नहीं बना पाई, पर उसने 28 सीटें जीतकर कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। इस चुनाव ने दिल्ली की राजनीति की तस्वीर बदल दी।
साल 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की। पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतीं। केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने।
दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल का कार्यकाल
मुख्यमंत्री के तौर पर केजरीवाल ने कई लोकप्रिय फैसले लिए। उन्होंने दिल्ली में बिजली और पानी के बिलों में कटौती की, बसों की संख्या बढ़ाई और स्कूलों का कायाकल्प किया। उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और कई भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की।

- अनामिका गुप्ता