दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और अगर जीते तो फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे। केजरीवाल का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब दिल्ली सरकार पर शराब घोटाले के आरोप लग रहे हैं।
केजरीवाल ने अपने इस्तीफे में कहा है कि वह दिल्ली के लोगों से माफी मांगते हैं कि वह अपने सभी वादे पूरे नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में उनके खिलाफ कई आरोप लगे हैं और वह नहीं चाहते कि उनके कारण दिल्ली सरकार की छवि खराब हो।
केजरीवाल के इस्तीफे का असर दिल्ली की राजनीति पर पड़ना तय है। आम आदमी पार्टी को अब नए मुख्यमंत्री का चुनाव करना होगा। इस रेस में सबसे आगे मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनैना केजरीवाल का नाम है।
दिल्ली की राजनीति में केजरीवाल का इस्तीफा एक बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकती है। यह देखना होगा कि आम आदमी पार्टी इस बदलाव को किस तरह संभालती है।
विश्लेषणकेजरीवाल का इस्तीफा दिल्ली की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर है। पिछले कुछ महीनों में केजरीवाल पर शराब घोटाले समेत कई आरोप लगे हैं। ये आरोप उनकी छवि को नुकसान पहुंचा रहे थे और आम आदमी पार्टी को भी नुकसान हो रहा था। ऐसे में केजरीवाल का इस्तीफा देना एक सही फैसला है।
केजरीवाल के इस्तीफे से दिल्ली की राजनीति में कई बदलाव आने की संभावना है। आम आदमी पार्टी को अब नए मुख्यमंत्री का चुनाव करना होगा। इस रेस में सबसे आगे मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनैना केजरीवाल का नाम है।
यह देखना होगा कि आम आदमी पार्टी इस बदलाव को किस तरह संभालती है। पार्टी को अब एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है जो दिल्ली के लोगों के भरोसे को फिर से जीत सके।
Call to Actionदिल्ली के लोगों से अपील है कि वह इस बदलाव का समर्थन करें। आम आदमी पार्टी को एक मजबूत नेतृत्व की जरूरत है जो दिल्ली के लोगों के भरोसे को फिर से जीत सके।