मैं देवेंद्र सिंह राणा नहीं हूं, लेकिन मैं यहां उनके बारे में लिखने के लिए हूं। इस दुनिया को बहुत जल्दी छोड़ने वाले इस राजनेता के बारे में आप अभी जानेंगे।
देवेंद्र सिंह राणा जी भारतीय जनता पार्टी, अखनूर शहर से जुड़े एक राजनेता थे। वह 31 अक्टूबर, 2024 को अचानक इस दुनिया से चले गए।
प्रारंभिक जीवन और करियर
देवेंद्र सिंह राणा का जन्म 1965 में जम्मू और कश्मीर राज्य के नागरोटा जिले में हुआ था। राजनीति में आने से पहले, उन्होंने स्थानीय लोगों की सेवा की और उनके लिए कई काम किए। उन्होंने हमेशा लोगों की भलाई के लिए काम किया और इसके लिए वे अपने लोगों में काफी लोकप्रिय थे।
देवेंद्र जी ने 2008 में राजनीति में प्रवेश किया था, और जम्मू और कश्मीर विधानसभा में नागरोटा विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक चुने गए थे। वह जम्मू और कश्मीर में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे।
राजनीतिक सफर
देवेंद्र सिंह राणा एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, जो लोगों के बीच अपने जमीनी स्तर के संपर्कों और मुद्दों को समझने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने नागरोटा विधानसभा क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए कई महत्वपूर्ण योगदान दिए।
वह जम्मू और कश्मीर विधान सभा के विभिन्न समितियों, जैसे कि लोक लेखा समिति और अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण समिति के सदस्य भी थे। उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी आवाज उठाई।
अचानक निधन
31 अक्टूबर, 2024 को, देवेंद्र सिंह राणा का 59 वर्ष की आयु में हरियाणा के फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से जम्मू-कश्मीर की राजनीति और उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई।
विरासत
देवेंद्र सिंह राणा एक लोकप्रिय और सम्मानित राजनेता थे, जिन्होंने नागरोटा विधानसभा क्षेत्र और जम्मू और कश्मीर राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी विरासत उनके द्वारा किए गए कार्यों और लोगों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव में जारी रहेगी।
उनके निधन से राजनीतिक परिदृश्य में एक शून्य पैदा हो गया है, जिसे भरना मुश्किल होगा। वे एक प्रेरणा स्रोत थे, जो हमेशा लोगों के लिए काम करने और अपने समुदाय को बेहतर बनाने के लिए समर्पित थे।
देवेंद्र सिंह राणा जी! आपकी आत्मा को शांति मिले।