दशहरा




जयंति मंगला काली भद्रकाली कपालिनी ।

दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते ।।

नमस्कार मित्रों! आज हम आपको दशहरे के बारे में जरूरी जानकारी देंगे।

दशहरा क्यों मनाया जाता है?

दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह भगवान राम की रावण पर विजय का पर्व है। रावण ने भगवान राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था, जिससे क्रोधित होकर भगवान राम ने रावण से युद्ध किया और अंततः उसे मार डाला। दशहरा उसी जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

दशहरा कैसे मनाया जाता है?

दशहरे के दिन जगह-जगह रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाए जाते हैं। लोग नई कपड़े पहनते हैं, मिठाई खाते हैं और आतिशबाजी करते हैं। साथ ही, इस दिन लोग अपने घरों और दुकानों की सफाई करते हैं। कई लोग इस दिन व्रत भी रखते हैं और दुर्गा पूजा करते हैं।

दशहरे का महत्व

दशहरा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत, धर्म की स्थापना और सत्य की विजय का प्रतीक है। इस दिन लोग बुराई से दूर रहने और अच्छे कर्म करने का संकल्प लेते हैं।

दशहरा के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • दशहरा को विजयादशमी भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है बुराई पर अच्छाई की दसवीं जीत।
  • दशहरा आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की दसवीं तिथि को मनाया जाता है।
  • रामायण के अनुसार, भगवान राम ने रावण को मारने से पहले दस दिनों तक उससे युद्ध किया था।
  • दशहरे के दिन लोग अपने घरों को फूलों और दीयों से सजाते हैं।
  • कुछ जगहों पर, दशहरे के दिन लोग रामलीला का आयोजन करते हैं, जो रामायण की कहानी का नाटकीय रूपांतरण है।

इसलिए, दशहरा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह एक ऐसा अवसर है जब हम सभी को अच्छे कर्म करने और बुराई से दूर रहने का संकल्प लेना चाहिए।