नाग पंचमी, सांपों के श्रद्धा और भय का पर्व, हर साल सावन महीने की शुक्ल पंचमी को मनाया जाता है। इस दिन, भक्त नाग देवता की पूजा करते हैं, जो शक्ति, निडरता और ज्ञान का प्रतीक हैं।
सांप सदियों से इंसानों के लिए रहस्य और आकर्षण का स्रोत रहे हैं। उनकी रहस्यमय प्रकृति और घातक जहर ने उन्हें पौराणिक कथाओं और लोककथाओं में हमेशा एक महत्वपूर्ण स्थान दिया है। नाग पंचमी के अवसर पर, आइए सांपों के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्यों पर नजर डालें:
भारतीय पौराणिक कथाओं में, नागों को शक्ति और ज्ञान के रूप में पूजा जाता है। उन्हें शिव का अंगरक्षक माना जाता है और वे जल के देवता वरुण से जुड़े हैं। नाग पंचमी पर, भक्त नागों को दूध, फूल और मिठाई चढ़ाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे नाग देवता प्रसन्न होते हैं और भक्तों को बुरी नजर और सांप के काटने से बचाते हैं।
हालांकि सांपों से जुड़े कई भ्रम और मिथक हैं, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि वे हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे कृंतकों को नियंत्रित करके खाद्य श्रृंखला को संतुलित करने में मदद करते हैं। इसलिए, इस नाग पंचमी को, आइए नागों का सम्मान करें और उनकी रहस्यमय प्रकृति का जश्न मनाएँ।