नटवर सिंह: एक कुशल राजनयिक और राजनीतिक दिग्गज
नटवर सिंह एक ऐसे भारतीय राजनयिक और राजनीतिज्ञ थे, जिनके पास एक लंबा और प्रशंसित करियर था। अपने शानदार व्यक्तित्व और कूटनीतिक कौशल के लिए जाने जाने वाले नटवर सिंह का जन्म 16 फरवरी, 1931 को जोधपुर में हुआ था।
अपनी विदेश सेवा में प्रवेश करने से पहले, नटवर सिंह ने इतिहास और कानून की पढ़ाई की। 1953 में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में शामिल होने के बाद, उन्होंने काहिरा, मॉस्को, रोम और वाशिंगटन डी.सी. सहित कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
नटवर सिंह की वाशिंगटन डी.सी. में राजदूत के रूप में सेवा विशेष रूप से उल्लेखनीय थी। वह क्लिंटन प्रशासन के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने में सफल रहे और उन्होंने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने राजनयिक करियर के बाद, नटवर सिंह राजनीति में शामिल हो गए और 1985 से 1989 तक कांग्रेस पार्टी के महासचिव रहे। 2004 से 2008 तक, उन्होंने यूपीए सरकार में विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया।
विदेश मंत्री के रूप में, नटवर सिंह एक प्रमुख व्यक्ति थे, जिन्होंने भारत के विदेश नीति के रुख को आकार देने में मदद की। उन्होंने भारत के पड़ोसियों के साथ संबंधों को सुधारने और देश की वैश्विक स्थिति को ऊपर उठाने के लिए काम किया।
नटवर सिंह एक बहुमुखी व्यक्तित्व थे जो राजनीति, कूटनीति और साहित्य में समान रूप से निपुण थे। उनकी किताबें, जैसे "द नॉन-एलाइन मूवमेंट" और "एक राजनयिक का जीवन", भारत और दुनिया में उनके अनुभवों का मूल्यवान लेखा-जोखा प्रदान करती हैं।
अपने जीवनकाल में, नटवर सिंह को भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण और पद्म भूषण सहित कई सम्मानों से सम्मानित किया गया था। उनका 27 अप्रैल, 2014 को निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत एक कुशल राजनयिक और राजनीतिक दिग्गज के रूप में आज भी कायम है।