निफ्टी और शेयर कीमतें
दोस्तों, पिछले हफ्ते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक देखने को मिला। निफ्टी 50 में 17,000 अंकों से ऊपर जाने के बाद इसमें गिरावट देखने को मिली। निफ्टी में ये गिरावट इस साल की सबसे बड़ी गिरावट थी। इसमें लगभग 400 अंक की गिरावट आई। इससे बाजार में भय और चिंता का माहौल बन गया।
इस गिरावट की वजह क्या थी? इसकी कई वजहें थीं। एक वजह तो ये थी कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरें बढ़ाने की घोषणा की। इससे शेयर बाजार में पैसा निकलने लगा। दूसरी वजह वैश्विक स्तर पर मंदी का भय था। इससे निवेशकों में निवेश करने के प्रति उदासीनता देखने को मिली। तीसरी वजह रूस और यूक्रेन के युद्ध का भी असर था। युद्ध के कारण बाजार में अस्थिरता देखने को मिली।
इस गिरावट से निवेशकों को बहुत नुकसान हुआ। कई निवेशकों का तो लाखों का नुकसान हो गया। इससे निवेशकों में शेयर बाजार के प्रति विश्वास भी कम हुआ।
लेकिन, क्या निवेशकों को घबराना चाहिए? मेरी राय में, निवेशकों को घबराना नहीं चाहिए। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं। इस गिरावट से निवेशकों को डरना नहीं चाहिए, बल्कि इसे एक मौके के तौर पर देखना चाहिए। इस गिरावट में निवेशक अच्छी कंपनियों के शेयर कम कीमत पर खरीद सकते हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि शेयर बाजार जल्द ही इस गिरावट से उबर जाएगा। निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और शेयर बाजार पर भरोसा रखना चाहिए।
मैं जानता हूं कि शेयर बाजार में पैसा लगाना जोखिमभरा होता है। लेकिन, अगर आप धैर्य रखेंगे और अच्छी कंपनियों में निवेश करेंगे, तो निश्चित रूप से आपको लाभ होगा। शेयर बाजार में पैसा लगाने से पहले इस बारे में पूरी जानकारी ले लें और अपने जोखिम क्षमता के अनुसार ही निवेश करें।
मैं आशा करता हूं कि मैंने शेयर बाजार की गिरावट और निवेशकों के लिए इसके मायनों के बारे में विस्तार से बताया होगा। अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो मैं आपको यही सलाह दूंगा कि आप अच्छी कंपनियों में ही निवेश करें और धैर्य रखें।