नायब सिंह सायनी को मिली करारी चोट
हेलो दोस्तों, आज हम बात करने वाले है हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सायनी के बारे मे। जिस तरह से उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की और किस तरह से वो एक ऊंचे मुकाम पर पहुंचे, वो वाकई काबिले तारीफ है। आज हम उनके जीवन के कुछ अनछुए पहलुओं पर नजर डालेंगे।
शुरूआती जीवन और शिक्षा
नायब सिंह सायनी का जन्म 25 जनवरी, 1970 को हरियाणा के अंबाला जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अंबाला कैंट से पूरी की और फिर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से राजनीति विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
सायनी की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 2009 में हुई, जब वे पहली बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 2014 में भी चुनाव जीता और हरियाणा सरकार में श्रम एवं रोजगार और खान राज्य मंत्री बने।
लोकसभा चुनाव और मंत्री पद
2019 में, सायनी ने करनाल से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में जल शक्ति राज्य मंत्री बनाया गया। उन्होंने इस पद पर 2024 तक कार्य किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में
2024 में, सायनी को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। वह इस पद पर लगातार दूसरी बार काबिज हैं। उनके नेतृत्व में, हरियाणा ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसमें बुनियादी ढांचे का विकास, शिक्षा में सुधार और कृषि का आधुनिकीकरण शामिल है।
व्यक्तिगत जीवन
नायब सिंह सायनी की शादी सुशील देवी से हुई है और उनके दो बच्चे हैं, एक बेटा और एक बेटी। उन्हें यात्रा करना, किताबें पढ़ना और संगीत सुनना पसंद है।
चुनौतियाँ और उपलब्धियाँ
हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में, सायनी ने कई चुनौतियों का सामना किया है, जिनमें कोविड-19 महामारी और किसान आंदोलन शामिल हैं। हालाँकि, उन्होंने इन चुनौतियों से निपटने और राज्य में शांति और स्थिरता बनाए रखने में सफलता हासिल की है।
नायब सिंह सायनी एक अनुभवी राजनेता और कुशल प्रशासक हैं। उन्होंने हरियाणा के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका नेतृत्व और दूरदर्शिता राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेगी।