न्याय दो कोलकाता के डॉक्टर को




"न्याय मांगो, न्याय मांगो, न्याय मांगो!"

ये वो नारे हैं जो कोलकाता की सड़कों पर गूंज रहे हैं, जहां एक डॉक्टर के साथ हुई क्रूरता के खिलाफ नागरिक आक्रोश फूट पड़ा है। डॉ. परिंडा मंडल, एक जूनियर डॉक्टर को काम के दौरान मरीज के परिजनों द्वारा पीटा गया था। उनकी चोटें इतनी गंभीर थीं कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया।

यह घटना पूरे देश में डॉक्टरों के बीच आक्रोश की लहर लेकर आई है। डॉक्टरों ने कार्यस्थल पर हिंसा के खिलाफ हड़ताल और विरोध प्रदर्शन का सहारा लिया है। हड़ताल के कारण, मरीजों को भारी परेशानी हुई है, लेकिन डॉक्टर अडिग हैं। वे चाहते हैं कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए।

यह केवल एक डॉक्टर पर हमला नहीं था, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय पर हमला था। डॉक्टर हमारे समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। वे हमारे जीवन बचाते हैं, हमारे स्वास्थ्य की रक्षा करते हैं और हमें बीमारी से बचाते हैं। उन पर हमला करना अस्वीकार्य है।

दुर्भाग्य से, कार्यस्थल पर डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा भारत में एक आम बात होती जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में, कई डॉक्टरों पर हमला किया गया है, मारा गया है और उन्हें धमकाया गया है। यह हिंसा अक्सर मरीजों के परिजनों या दोस्तों द्वारा की जाती है जो उनकी देखभाल से असंतुष्ट होते हैं।

हमारी सरकार को इस हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार को डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के लिए कठोर दंड लागू करना चाहिए और कार्यस्थल पर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए।

इसके अलावा, हमें अपने समाज में हिंसा के प्रति सहिष्णुता को भी बदलने की जरूरत है। हिंसा कभी भी इसका उत्तर नहीं है। हमें धर्म, जाति या पेशे की परवाह किए बिना सभी लोगों के प्रति सम्मान और करुणा दिखाने की जरूरत है।

डॉ. परिंडा मंडल पर हुए हमले से हम सभी को डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के मुद्दे पर सोचने पर मजबूर होना पड़ा है। हम सभी को हिंसा को रोकने और हमारे चिकित्सा समुदाय की रक्षा करने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है।

  • सरकार से डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग करें।
  • हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएं, चाहे वह किसी भी रूप में हो।
  • डॉक्टरों और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें।

याद रखें, डॉक्टर हमारे समाज के नायक हैं। वे हमारे जीवन बचाते हैं और हमारी देखभाल करते हैं। हमें उनकी रक्षा करने और उनके लिए खड़े होने की जरूरत है।

जय हिंद!